गंगा स्वच्छता पर दिए सुझाव
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगा बचाओ अभियान के लिए नीति निर्धारण की दिशा में विभिन्न संगठनों से बैठक कर सुझाव मांगे गए। जिलाधिकारी सी. रविशंकर की अध्यक्षता में हुई बैठक में मौजूद नगर के अनेक लोगों ने गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने पर चर्चा करने के साथ ही अपने लिखित सुझाव भी दिए।
बैठक में सबसे पहले शहर की सीवेज व्यवस्था पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने गंगा प्रदूषण इकाई से शहर व इससे जुड़े कस्बों की सीवेज व्यवस्था का ब्योरा मागा। जिलाधिकारी को बताया गया कि सीवेज प्लाट जो विगत वर्ष जून माह की आपदा से क्षतिग्रस्त हो गया था का फिर से प्रस्ताव राष्ट्रीय नदी बेसन अथॉरटी को भेजा गया है । इस संबंध में जिलाधिकारी ने अथॉरिटी को भेजे गए प्रस्ताव को तलब किया। जिलाधिकारी ने कहा कि गंगा बचाओ अभियान के तहत गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए प्रथम चरण में गंगोत्री से उत्तरकाशी तक अंगीकृत किया गया है। इस क्षेत्र के गांवों व नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में बने आवासों की सीवेज आदि व्यवस्था को चिह्नित कर उचित कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि निर्मल भारत अभियान के अंतर्गत भटवाड़ी, डुण्डा व चिन्यालीसौड़ के नदी किनारे के 22 गाव चिह्नित किए गए हैं। उनका सर्वे किया जा रहा है कि कितने परिवारों ने शौचालय बनाए हैं और जिन घरों में शौचालय नहीं हैं उन्हें शौचालय बनाने के लिए स्वजल के माध्यम से प्रोत्साहन राशि देकर शौचालय बनाए जाएंगे। बैठक में चतर सिंह रावत, नागेंद्र थपलियाल, शाति ठाकुर, कल्पना, कमल पोखरियाल, रविन्द्र सेमवाल, प्रेरणा उनियाल समेत अन्य लोगों ने अपने सुझाव दिए।