संवेदनशील गांवों के स्कूलों में कैंप लगाएं
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : जिलाधिकारी सी. रविशकर ने जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़े का शुभारंभ करते कहा कि स्वास्थ्य विभाग डायरिया प्रभावित गांव में कैंप लगाए। इस दौरान उन्होंने डायरिया नियंत्रण संबंधी दवाओं का भी अवलोकन किया।
सोमवार को जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि जिस बच्चे में डायरिया होने की पुष्टि होती है तो नियमित रूप से उसे दवा पिलाने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़े को सफल बनाने की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे में स्कूलों में जहां डायरिया की ज्यादा संभावनाएं लगती है वहां कैंप कर दवा उपलब्ध करवाई जाए। जिलाधिकारी ने सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा में शिक्षा और पंचायतराज विभाग का भी सहयोग लेने को कहा। सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़े की शुरूआत के मौके पर सीएमओ डॉ. मयंक उपाध्याय ने बताया कि 28 जुलाई से 08 अगस्त तक चलने वाले इस कार्यक्रम में प्रत्येक ग्राम एवं चिकित्सा इकाइयों में पांच वर्ष तक के हर बच्चों को डायरिया होने की स्थिति में दवाएं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस अभियान में आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मदद से डायरिया नियंत्रण को लेकर वृहद कार्यक्रम चलाए जाएंगे। सीएमओ ने बताया कि पखवाड़े के दौरान समस्त विकास खंडों के डायरिया से ग्रसित गांवों के चिन्हित 50 स्कूलों में स्कूल वाश कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाया जाएगा। इस अवसर पर प्रमुख अधीक्षक जिला चिकित्सालय डॉ. आरपी सिंह, डीपीएम एनआरएचएम विमला मखलोगा समेत अन्य मौजूद थे।