अवैध कब्जे के खिलाफ ग्रामीण हुए लामबंद
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : नटीण गांव के लोग वर्षो से अपनी जमीन पर काबिज उद्योगपति थापर के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर अवैध कब्जा हटाने व इससे हो रही परेशानी से निजात दिलाने की मांग है। ग्रामीणों ने मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
जिला मुख्यालय से करीब चालीस किमी दूर भटवाड़ी प्रखंड के नटीण गांव में लुघेड़ा व कोखड़ा तोक में करीब दस वर्ष पहले अर्जुन थापर व नैनतारा थापर के नाम से जमीन खरीदी गई थी। उसके बाद यहां ठहरने के लिए विश्रामगृह तैयार किया गया। इसकी देखरेख का जिम्मा विजयचंद रमोला को दिया गया। जिलाधिकारी से मुलाकात कर ग्रामीणों ने बताया कि थापर समूह के मालिकों ने उस समय चालीस नाली भूमि ही खरीदी थी, लेकिन उसके बाद उन्होंने विजय चंद रमोला के जरिए खरीदी गई जमीन से कहीं अधिक पर ग्रामीणों के हक हकूकों पर बंदिश लगानी शुरू कर दी। असामाजिक तत्वों की मदद से ग्रामीणों को डरा धमका कर अपनी ही जमीन से बेदखल किया जा रहा है। यही नहीं अवैध कब्जा करने के साथ ही जमीन की घेराबंदी भी कर दी गई है और ग्रामीणों के आवाजाही के रास्ते और पानी के स्रोत भी बंद कर दिये गये हैं। विश्रामगृह में आए दिन कई असामाजिक तत्व डेरा डाले रहते हैं। वहीं गांव के ऊपर बिना अनुमति के हेलीपैड भी बनाया गया है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के पास इन सभी मुद्दों पर लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इसमें खरीदी गई भूमि और अवैध कब्जों की जांच कराने के साथ ही गांव वालों को आतंकित करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है। ग्रामीणों ने शीघ्र ठोस कार्यवाही न होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है।