उत्तरकाशी में खतरे का पर्याय बने मोटर पुल
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : उत्तरकाशी में बने मोटर पुल खतरे का सबब बने हुए हैं। इनकी हालत इतनी खराब है कि आवाजाही के लिहाज से ये पुल सुरक्षित नहीं हैं। गंगोत्री राजमार्ग पर बने मोटर पुलों की स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है। जिन नदियों और नालों पर ये पुल बने हैं उनमें मामूली उफान आने पर बुरी तरह से ध्वस्त हो सकते हैं। इससे गंगोत्री हाईवे पर लंबे समय के लिए आवाजाही ठप पड़ सकती है।
गंगोत्री राजमार्ग पर स्थित मोटर पुल नदियों और नालों में मामूली उफान आने पर भी बह सकते हैं। गंगोत्री राजमार्ग पर चिन्यालीसौड़ से लेकर गंगोत्री तक नौ मोटर पुल बने हैं। इनमें से सात मोटर पुल जिन गाड गधेरों पर बनाए गए हैं उनमें पुल की ऊंचाई बेहद कम है। गाड गधेरों में बार बार उफान आने से भारी संख्या में आने वाले मलबे के चलते इन पुल तक गाड गधेरों का तल पहुंच चुका है। ऐसे में गाड गधेरों में अब मामूली उफान भी इन पुलों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। रतूड़ीसेरा स्थित मोटर पुल के नीचे भारी संख्या में मलबा जमा है। ऐसे में यदि रतूड़ीसेरा गाड में मलबा आ जाता है तो पुल को भारी नुकसान पहुंचेगा। यहीं हाल चुंगी बढ़ेथी स्थित पुल का भी है। वारुणी गाड में हर साल आने वाले मलबे से इस पुल के नीचे भारी मलबा जमा हो गया है। गाड में आने वाले भारी बोल्डरों ने पुल को भी ध्वस्त कर दिया है। ऐसे में पुल पर हमेशा ही खतरा मंडरा रहा है। गंगोरी स्थित वैली ब्रिज के ऊपर फिलहाल अस्थाई तौर पर आवाजाही हो रही है।
झाला पुल से केवल पैदल आवाजाही
झाला के निकट बने मोटर पुल की स्थिति इतनी जर्जर हो चुकी है कि अब इस पर केवल पैदल आवाजाही की ही अनुमति है। इस पुल के ध्वस्त होने पर गंगोत्री समेत हर्षिल, धराली, मुखबा भी अलग थलग पड़ जाएंगे। फिलहाल पुल की स्थिति बेहद जर्जर बनी हुई है, लेकिन फिर भी नए पुल के निर्माण का कोई प्रस्ताव नहीं है।
ये पुल बने हैं खतरनाक
रतूड़ीसेरा मोटरपुल, चुंगी मोटर पुल, गंगोरी वैली ब्रिज, हेलगूगाड वैली ब्रिज, पपड़गाड मोटर पुल, झाला मोटर पुल।
मोटर पुलों की सुरक्षा के लिए बीआरओ को नजर रखने को कहा गया है। जिला प्रशासन भी इन पुलों पर नजर रखे हुए है, जिससे कोई बड़ी घटना ना हो सके।
बीके मिश्रा, एडीएम, उत्तरकाशी