ठेकेदारों ने सिंचाई विभाग से मांगा काम का भुगतान
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : बाढ़ सुरक्षा कार्यो का भुगतान न होने से गुस्साए ठेकेदारों ने सिंचाई विभाग दफ्तर के विरोध प्रदर्शन किया। ठेकेदारों का आरोप है कि प्रशासन ने कई जगहों पर उनसे जबरन काम करवाया, लेकिन अब बजट को लेकर सिंचाई विभाग और प्रशासन दोनों ही जिम्मेदारी लेने से बच रहे हैं।
वर्ष 2012 में असीगंगा व भागीरथी की बाढ़ के बाद तटबंधों के निर्माण का काम शुरू करने वाले ठेकेदारों ने अब हाथ खड़े कर दिए हैं। जून 2013 की बाढ़ के बाद भी पुराने अनुबंध पर काम आगे बढ़ाने और बजट की प्रत्याशा में काम कर रहे ठेकेदारों ने सोमवार को सभी काम रोक दिए। ठेकेदार अपने मजदूरों के साथ सुबह ही सिंचाई खंड उत्तरकाशी के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए। विभाग व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ठेकेदारों ने शीघ्र 28 करोड़ रुपये भुगतान करने की मांग की। ठेकेदारों ने भुगतान न होने तक काम बंद रखने की चेतावनी भी दी। जिला ठेकेदार यूनियन के अध्यक्ष हेमचंद रमोला ने बताया कि 22 ठेकेदारों के साथ सिंचाई विभाग व प्रशासन ने ज्यादती की है। भुगतान न होने से कई ठेकेदारों के सामने रोजगार का संकट आ गया है। उन्होंने बताया कि जल्द भुगतान न होने पर सभी ठेकेदार मजदूरों के साथ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगे। विरोध प्रदर्शन में जयवीर असवाल, दयाशंकर, कमल सिंह रावत, रमेश राणा, रमेश सेमवाल, राजीव रावत, रामचंद्र सहित अन्य मौजूद रहे।