बारिश से मटर फसल बर्बाद
संवाद सूत्र, पुरोला : रवांई घाटी में बीते एक पखवाड़े से रुक-रुक कर हो रही बेमौसमी बारिश से मटर की फसल बर्बाद होने लगी है। सैकड़ों हेक्टेयर फसल गल कर पीली पड़ने लगी है। इससे क्षेत्र के काश्तकारों के चेहरों पर मायूसी साफ झलक रही है।
सीजन के शुरुआत में मटर के अच्छे उत्पादन और पहली खेप मंडी पहुंचने पर 140 से 160 रुपये धड़ी बिकने से उत्पादक खासे खुश नजर आ रहे थे। लेकिन, अब बेमौसमी बारिश से करीब 80 फीसद फसल पहली ही तुड़ान के बाद पीली पड़ कर खराब होने की कगार पर है। गत वर्ष रवांई क्षेत्र से 22 हजार बोरी मटर देहरादून, सहारनपुर, विकास नगर आदि मडिंयों में पहुंची थी। जबकि, इस वर्ष अभी तक आंकड़ा 5 हजार के पार भी नहीं जा सका। क्षेत्र के अधिकांश किसानों की आजीविका से जुड़ी प्रमुख फसल मटर ही है। इस फसल के चौपट होने से साल भर का खर्च चलाने की समस्या पैदा हो गई है। वहीं, कई किसानों को मटर के बीज की कीमत चुकाने का भी संकट पैदा हो गया है। क्षेत्र के काश्तकारों ने जिलाधिकारी से मदद की भी मांग की है। इस संबंध में जिला कृषि अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि मटर के नुकसान की सूचना मिली है, विभाग के कर्मचारी नुकसान का आकलन कर रहे हैं। उसके आधार पर ही किसानों की मदद की जाएगी।