यातायात संचालन एक चुनौती
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : चारधाम यात्रा को लेकर इस बार सड़कें चुनौती से कम नहीं हैं। आपदा से ध्वस्त हुई सड़कें आवागमन के लिए तैयार तो हैं, लेकिन इन पर आवाजाही पगडंडियों पर आवाजाही करने जैसा ही है। गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे पर इस स्थिति के कारण वन वे ट्रैफिक की स्थिति का सामना करना पड़ेगा।
गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे दोनों का ही चौड़ीकरण प्रस्तावित है। चार वर्ष पूर्व यह काम भी शुरू हो चुका था, लेकिन बीते साल की आपदा के बाद चौड़ीकरण तो दूर सड़क पर सामान्य यातायात बहाल करना भी चुनौती बना हुआ है। गंगोत्री हाईवे पर नजर डालें तो धरासू से उत्तरकाशी और गंगोरी से भटवाड़ी तक कई किमी सड़क पर एक बार में एक ओर को ही वाहन चल सकते हैं। यही स्थिति यमुनोत्री हाईवे पर भी छटांगा के बाद जानकीचट्टी तक बनी हुई है। यात्रा सीजन के दौरान इन सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ने से यातायात पुलिस के सामने जाम से निपटने की चुनौती होगी। दोनों हाईवे पर दो सौ से पांच सौ मीटर के ऐसे कई हिस्से हैं जहां एक ओर से ही वाहन गुजर सकते हैं। ऐसे में दूसरी ओर से आने वाले वाहनों को रोकने और व्यवस्थित ढंग से यातायात को संचालित करने के लिए पुलिस को अतिरिक्त प्रयास करने पड़ सकते हैं। वहीं यात्रा पड़ावों पर ध्वस्त हुई पार्किंग व्यवस्था भी अभी दुरुस्त नहीं हो सकी है। जबकि गंगोत्री रूट पर भटवाड़ी व गंगनानी में पार्किंग के लिए जगह ही नहीं बची है। यही स्थिति यमुनोत्री रूट पर खरादी व हनुमानचट्टी की भी है, जबकि बीते सालों में दोनों यात्रा रूटों पर यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना अव्यवस्थित यातायात के कारण ही करना पड़ता है।
ये जगह हैं संवेदनशील
गंगोत्री रूट
धरासू से देवीधार,
-रतूड़ी सेरा से बंदरकोट,
-गंगोरी से गणेशपुर,
-नैताला से हिना,
-नलूणा से बिशनपुर
-मल्ला से चड़ेथी
-थेरांग से गंगनानी
-सुक्की बैंड से टॉप
यमुनोत्री रूट
-चामी से नौगांव
-छटांगा से खरादी
-रानाचट्टी से बाडिया
-हनुमानचट्टी से जानकीचट्टी
'यात्रा सीजन के दौरान सड़कों की स्थिति को देखते हुए ही यातायात पुलिस विभिन्न जगहों पर तैनात की जाएगी, व्यवस्थित यातायात के लिए पार्किंग भी तलाशी जा रही हैं।
जगतराम जोशी, एसपी, उत्तरकाशी।