पुल न बनने से बढ़ी ग्रामीणों की चिंता
संवाद सूत्र, पुरोला: पिछली बरसात का कहर लोग भूले भी नहीं कि अब तीन माह बाद आने वाली बरसात की चिंता बदांऊ क्षेत्र के ग्रामीणों को सताने लगी है। बीते वर्ष जून में मोरी विकासखंड मेंबनुगाड़ ने इस कदर तबाही मचाई थी कि राजुगांव, बदांऊ, देई, मोताड़ गांवों के तीन पुल ध्वस्त हो गए थे। इन पुलों का पुनर्निर्माण आज तक नहीं हो सका है। इससे लोगों की चिंता बढ़ गई है।
मोरी विकासखंड के बदांऊ, देईगांव, राजुगांव जोड़ने के लिए सात वर्ष पूर्व लोनिवि ने गार्डर पुल बनाया था, जबकि राजुगांव व मोताड़ के लिए देईगांव होते हुए दो किमी पैदल मार्ग से मोरी मुख्य बाजार से जोड़ने को बनुगाड़ पर जिला पंचायत ने दस वर्ष पूर्व दो आरसीसी पुलियाओं का निर्माण कराया था। बीते साल की बरसात में बदांऊ गार्डर पुल सहित आरसीसी पुलिया भी ध्वस्त हो गई। हालांकि मार्च से मई तक बनुगाड़ में कम बहाव के चलते लोग नदी के रास्ते ही आवाजाही कर रहे हैं, लेकिन अभी तक पुलों का पुनर्निमार्ण व मरम्मत न होने से आने वाली बरसात की आहट ने ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है।
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बदांऊ के क्षतिग्रस्त गार्डर पुल के एबेटमेंट पुनर्निर्माण का प्रस्ताव व प्राक्कलन तीन माह पूर्व शासन को भेज दिया गया है। बजट मिलने पर पुनर्निर्माण कराया जाएगा।
आरएस पंवार, एई लोनिवि पुरोला
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