फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र पर दो को दो साल कैद
जागरण संवाददाता, उत्तकाशी : थलसेना की भर्ती में फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र लगाने वाले दो युवकों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने दो वर्ष का सश्रम कारावास की सजा सुनाई। इस मामले में सेना की ओर से उत्तरकाशी थाना कोतवाली में दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
अभियोजन पक्ष के अनुसार वर्ष 2008 में मनेरा स्टेडियम में थलसेना की ओर से भर्ती का आयोजन किया गया था। इसमें पौड़ी जनपद के सुनारगांव निवासी मनोज सिंह पुत्र मदन सिंह व जलेथा गांव निवासी जितेंद्र सिंह नेगी पुत्र बृजमोहन सिंह भी शामिल हुए थे। भर्ती प्रक्रिया के दौरान दोनों के शैक्षिक अभिलेखों की जांच की गई। जांच में दोनों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इस पर असिस्टेंट रिक्रुटिंग अधिकारी सुबेदार मेजर सोमदत्त ने आठ जनवरी 2009 को आरोपी युवकों के खिलाफ उत्तरकाशी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। सोमवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट धर्मेद्र कुमार ने इस मामले में सजा सुनाई। इसमें अभियुक्त मनोज को दो वर्ष सश्रम कारावास व एक हजार रुपये जुर्माना तथा जितेंद्र को दो साल का कारावास व तीन हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई।