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इंजीनियरिंग के छात्रों ने किया कमाल, बनाई बिना रिम की बाइक

उधमसिंह नगर के रुद्रपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के तीन छात्रों ने बाइक के रिम और एक्सेल को हटाकर नया डिजाइन तैयार किया है। इससे बाइक का वजन कम हुआ है और क्षमता में बढ़ोतरी हुई है।

By sunil negiEdited By: Published: Sat, 20 Aug 2016 09:17 AM (IST)Updated: Sun, 21 Aug 2016 06:00 AM (IST)
इंजीनियरिंग के छात्रों ने किया कमाल, बनाई बिना रिम की बाइक

रुद्रपुर, [जेएनएन]: मैकेनिकल इंजीनियरिंग के तीन छात्रों ने अपने विजन और लगन से ऑटोमोबाइल जगत में एक नई क्रांति की बुनियाद रखी है। इन छात्रों ने बाइक के रिम और एक्सेल को हटाकर नया डिजाइन तैयार किया है। इससे बाइक का वजन कम हुआ है और क्षमता में बढ़ोतरी हुई है। नया डिजाइन ईंधन बचत में भी कारगर साबित हुआ है। इससे 20 फीसदी ईंधन की बचत होगी। इस बाइक को हब लैस चापर बाइक का नाम दिया है। ऑटोमोबाइल कंपनियों ने इस प्रयोग में दिलचस्पी दिखाई है। दो कंपनियों ने इस तकनीक के लिए छात्रों से संपर्क साधा है।

शहर के आरआइटी संस्थान में मैकेनिकल इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष के छात्र चमन सिंह, सत्यप्रकाश साहू और आकाश श्रीवास्तव ने यह कारनामा किया है। उन्होंने तकनीकी शिक्षा लेने के साथ ही इसके व्यावहारिक रूप को भी साकार किया है। तीनों छात्रों ने संस्थान की प्रयोगशाला में कड़ी मेहनत के बाद ये नई तकनीक ईजाद की है।

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प्रयोग के तहत एक पुरानी बाइक पल्सर के टायरों को मोडिफाई किया है। बाइक के दोनों टायरों में से रिम और एक्सेल हटाकर नई तकनीक तैयार की है। इससे बाइक का वजन कम हुआ। हालांकि वजन कम होने से बैलेंस पर असर की आशंका थी, लेकिन तकनीक में जरुरी बदलाव के साथ संतुलन की समस्या हल हो गई।

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भारी भरकम रिम और एक्सेल से बाइक को छुटकारा मिला तो इसकी क्षमता में 20 फीसद तक इजाफा हुआ। भार कम होने से बाइक के माइलेज में भी 20 फीसदी बढ़ोतरी हुई। प्रयोग सफल होने पर छात्रों ने इसे हब लैस चापर बाइक का नाम दिया। छात्रों ने बताया कि कम भार और अधिक क्षमता के साथ ही कम ईंधन खपत वाली बाइक बनाने के मकसद से प्रयोग किया, छात्रों को इस प्रयोग के लिए राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से 60 हजार की मदद मिली थी। यह सफल प्रयोग संस्थान के विभाग अध्यक्ष सचिन कुमार व अरुण यादव के निर्देशन में किया। अब छात्रों ने इस तकनीक को पेटेंट के लिए आवेदन किया है।

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