Move to Jagran APP

यहां कागजों में खाना खा रहे बच्चे

By Edited By: Published: Thu, 31 Jul 2014 10:31 PM (IST)Updated: Thu, 31 Jul 2014 10:31 PM (IST)
यहां कागजों में खाना खा रहे बच्चे

रुद्रपुर : स्कूलों में भोजन न मिलने से बच्चे भूखे पेट पढ़ाई करने को मजबूर है। इसकी वजह शासन से जुलाई माह का चावल नहीं मिला। लिहाजा कई स्कूलों में एक सप्ताह से चूल्हे नहीं जल रहे हैं।

loksabha election banner

स्कूलों से बच्चों को जोड़ने के लिए मध्यान्ह भोजन योजना चलाई जा रही है। एक से कक्षा आठ तक के बच्चों को दोपहर में भोजन खिलाया जाता है। इसके लिए निशुल्क चावल उपलब्ध कराया जाता है और दाल, सब्जी अन्य चीजों के लिए रुपये दिए जाते हैं। प्राथमिक में प्रति बच्चा 100 ग्राम व जूनियर में 150 ग्राम प्रति बच्चा चावल दिया जाता है। शासन से जुलाई माह का चावल आवंटित नहीं हुआ। लिहाजा स्कूलों में चावल नहीं मिल सका। हालांकि कुछ स्कूलों में पहले का चावल स्टॉक पड़ा था तो इससे कुछ दिनों तक काम चलाया गया। राजकीय इंटर कालेज, जय नगर सहित कई स्कूलों में चावल न रहने से एक सप्ताह से खाना नहीं पकाया जा रहा है। हालांकि कालेज के प्रधानाचार्य ने बुधवार तक किसी तरह सूजी का हलवा खिला कर काम चलाया, मगर गुरुवार को तो यह भी नहीं पकाया गया। ऐसी स्थिति में भूखे रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। कालेज के प्रधानाचार्य एसएन वर्मा ने बताया कि चावल न होने से एक सप्ताह से खाना नहीं पकाया जा रहा है। जब बीआरसी गदरपुर में संपर्क कर चावल उपलब्ध कराने को कहा गया तो बताया कि गोदाम में चावल नहीं है।

==========================

इंसेट

शासन से जुलाई माह का चावल नहीं मिल सका था। चावल आवंटन के लिए आरओ जारी हो गया है। एक दो दिन में चावल का उठान करा कर गोदामों में उपलब्ध करा दिया जाएगा।

विपिन कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.