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पुलिस से विवाद ने जैली को बनाया बदमाश

शातिर जरनैल सिंह की ख्वाहिश वर्दी पहनने की थी, पुलिस में उसका चयन हो गया था। सत्यापन के लिए वह फार्म लेकर थाने में गया तो वहां पुलिस से विवाद हो गया और वहीं से अपराधी बन बैठा।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sun, 13 Aug 2017 01:15 PM (IST)Updated: Sun, 13 Aug 2017 07:52 PM (IST)
पुलिस से विवाद ने जैली को बनाया बदमाश
पुलिस से विवाद ने जैली को बनाया बदमाश

रुद्रपुर (ऊधमसिंह नगर), [जेएनएन]: शातिर जरनैल सिंह उर्फ जैली की ख्वाहिश वर्दी पहनने की थी, पुलिस में उसका चयन भी हो गया था। सत्यापन के लिए वह फार्म लेकर थाने में गया तो वहां पुलिस से विवाद हो गया और वहीं से अपराधी बन बैठा। 

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जैली तेज-तर्रार बॉक्सर भी है। परिवार के लोगों की मानें तो दोस्तों की संगत उसे ले डूबी। 

32 साल के जैली पर दिल्ली के विभिन्न थानों में वर्ष 2009, 2013 व 2014 में मुकदमे दर्ज हुए थे,  लेकिन दिल्ली पुलिस ने उसकी तलाश तीन अगस्त 2015 को दिल्ली के महिंदर पार्क थाने में हत्या के दर्ज मुकदमे को लेकर शुरू की। 

हत्या के इस मुकदमे में जैली पर एक लाख का ईनाम भी घोषित था। पुलिस ने उसकी तलाश में कई जगह दबिश दी, लेकिन हर बार वह गच्चा देकर भागने में सफल रहा। सर्विलांस के जरिये पुलिस उसकी लोकेशन लगातार ट्रेस कर रही थी। शुक्रवार को पुलिस उसके पीछे लगी और पीछा करते-करते नानकमत्ता से 17 किमी अंदर जंगल के बीच बसे बिचई गांव तक पहुंच गई। 

इससे पहले पुलिस ने नानकमत्ता पुलिस को अवगत करा दिया था। पुलिस ने बड़ी खूबी से जैली को पकड़ा। जैली भागा पर पचास मीटर की दूरी पर पुलिस ने उसे पड़ोसी निरंजन सिंह के खेत में गिरा लिया। 

जैली की बुआ कुलवंत कौर बताती हैं कि जैली बॉक्सिंग में मास्टर है। उसका चयन पुलिस में हो गया था। वह अपना सत्यापन फार्म लेकर थाने पहुंचा तो वहां पुलिस से उसका विवाद हो गया और उसके खिलाफ केस दर्ज हो गया। नौकरी तो मिली नहीं, जैली अब अपराधी बन गया। वह पुलिस से घबराता नहीं था और काफी दबंगई से रहता था। उसका बड़ा भाई हरजिंदर सिंह और छोटा इकबाल सिंह दिल्ली में ही खेती करते हैं। परिवार वाले कहते हैं कि पुलिस से मुचैटा न हुआ होता तो जैली भी पुलिस में होता। 

भतीजे को दिल्ली पुलिस ने धमकाया

गाड़ियां घर पर रुकने के साथ ही जैली बचाव को खेत की ओर भागा, जबकि परिवार के साथ सो रहे गुरदेव सिंह, हरनेक सिंह और मुख्त्यार सिंह को बाहर आने में कुछ देर हुई। पहले उन्होंने सफेद गाड़ियों में पहुंचे पुलिस कर्मियों को वन विभाग का कर्मचारी समझा। पूछने पर पता लगा कि पुलिस है। हालांकि अभी तक घर के लोगों को यह अहसास नहीं था कि पुलिस जैली की तलाश में आई है और वह कमरे से निकलकर भाग गया है। इस बीच हरनेक सिंह का बेटा सोनू आगे बढ़ा तो पुलिस ने उसे धमकाया। आरोप है कि  कि गोली मारने की धमकी दी।

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