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शहीदों के परिजनों के सम्मान को लेकर प्रदर्शन

जम्मू कश्मीर में शहीद हुए सूबेदार कृष्णा सिंह ज्याला की शहादत को नजर अंदाज करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। गुप्रदेश सरकार से शहीद की उपेक्षित पत्नी को सम्मान दिलाने के लिए दुर्गा वाहिनी की महिलाएं सड़क पर उतर आई।

By BhanuEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2015 04:37 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2015 01:11 PM (IST)
शहीदों के परिजनों के सम्मान को लेकर प्रदर्शन

खटीमा। जम्मू कश्मीर में शहीद हुए सूबेदार कृष्णा सिंह ज्याला की शहादत को नजर अंदाज करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। प्रदेश सरकार से शहीद की उपेक्षित पत्नी को सम्मान दिलाने के लिए दुर्गा वाहिनी की महिलाएं सड़क पर उतर आई। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने भी उनके स्वर में स्वर मिलाकर प्रदर्शन किया।
मालूम हो कि एक महीने के अंदर देवभूमि के तीन सपूत जम्मू कश्मीर में सीमा की हिफाजत करते हुए शहीद हो गए थे। इनमें देहरादून के शिशिर कुमार मल्ल, बिंदुखता के मोहन नाथ गोस्वामी और सीमांत के कृष्णा सिंह ज्याला शामिल थे।
शहादत के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत देहरादून और बिंदु खता के शहीद के घर पहुंचे और उनके परिजनों को आर्थिक सहायता भी दी। लेकिन, उन्होंने सीमांत के शहीद को नजरअंदाज कर दिया। इससे यहाँ आक्रोश भड़का हुआ है। यही नहीं शहीद कृष्णा सिंह की पत्नी भी सरकार के इस रवैये से खफा है।
इस मामले को लेकर दुर्गा वाहिनी की महिलाएं और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। साथ ही एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा।
दुर्गा वाहिनी की प्रदेश संयोजिका सावित्री चंद ने कहा कि सरकार शहीद की शहादत को नजर अंदाज कर रही है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने शहीद कृष्णा की वीरांगना को प्रदेश सरकार से आर्थिक सहायता देने और शहादत का सम्मान करने की मांग की। बजरंग दल के जिला संयोजक सुरेश कुशवाहा ने कहा कि प्रदेश सरकार का कोई नुमाइंदा शहीद कृष्णा के घर नहीं पहुंचा। प्रदर्शन करने वालोँ मेँ पदमा अवस्थी, रेखा, पुष्पा, मंजू, राजकुमारी, किशन सिंह बिष्ट, रोशन रावत, अमित आदि शामिल थे।
पढ़ें-शहीद को राजकीय सम्मान न मिलने पर परिजन खफा

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