हिरासत में लेने का उलझने लगा मामला
काशीपुर : लुधियाना में दबिश देकर लौटी पुलिस टीम ने वहां की पुलिस के आरोपों को निराधार बताया है। टीम
काशीपुर : लुधियाना में दबिश देकर लौटी पुलिस टीम ने वहां की पुलिस के आरोपों को निराधार बताया है। टीम का दावा है कि स्थानीय पुलिस को सूचना देने के बाद ही उन्होंने उस घर में दबिश दी थी। इससे मामला और उलझता नजर आ रहा है। अब यह देखना है कि कौन सच बोल रहा है।
कुछ दिन पूर्व क्षेत्र से अपहृत एक युवती की बरामदगी के लिए काशीपुर की पुलिस ने एसआइ राजेंद्र सिंह डांगी के साथ लुधियाना के भैणी साहिब स्थित एक मकान में दबिश देकर एक युवक को उठा लिया था। इसकी सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने वाहनों से पीछा कर उन पुलिस कर्मियों को पकड़कर स्थानीय पुलिस को सौंप दिया था। बगैर सूचना दबिश देने का आरोप में कूमकलां थाने में उत्तराखंड के पुलिस कर्मियों को हिरासत में ले लिया गया था। उत्तराखंड के पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ही उन्हें छोड़ा गया था। साथ ही एडीसीपी सतवीर सिंह अटवाल ने घटना की रिपोर्ट डीजीपी बीएस सिद्दू को भेजी है। यहां पहुंचने पर एसआइ डांगी ने बताया कि जब वह लुधियाना क्षेत्र पहुंचे तो उन्होंने वहां की पुलिस से संपर्क किया। थाने की ओर से ही भेजा गया एक ग्रामीण उन्हें आरोपी के घर तक ले गया था। उन्होंने पंजाब पुलिस द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया है। दोनों राज्यों की पुलिस की प्रतिक्रिया के कारण मामला उलझता ही जा रहा है। अब जांच के बाद ही हकीकत सामने आने के आसार नजर आ रहे हैं।
===इंसेट===
'संबंधित राज्य की पुलिस को सूचना दिए बगैर वहां दबिश देना अपराध है। मगर वहां से लौटे पुलिस कर्मियों ने बताया कि उन्होंने पंजाब पुलिस को दबिश की सूचना दी थी। पंजाब पुलिस की रिपोर्ट मिलने के बाद वहां गई टीम के सदस्यों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। मामले की जांच की जा रही है।
- देवेंद्र पींचा, एएसपी