सरकारी चिकित्सक ने दिया इस्तीफा
जसपुर : कैलास मानसरोवर यात्रा में ड्यूटी लगने से एक चिकित्सक खफा हो गए। उन्होंने अधिकारियों को निजी कारणों का हवाला देते हुए ड्यूटी कटवाने का प्रयास किया। मगर सफलता नहीं मिलने पर उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया।
कुमाऊं मंडल विकास निगम की ओर से प्रतिवर्ष तिब्बत स्थित पवित्र कैलास मानसरोवर यात्रा का आयोजन किया जाता है। धारचूला से आगे का मार्ग काफी दुरुह है। आजकल बारिश की वजह से यात्रा कई बार बाधित हो चुकी है। विभाग की ओर से प्रत्येक दल के साथ चिकित्सक भी यात्रा पर भेजे जाते हैं। मूल रूप से बरेली निवासी सुमित सक्सेना करीब एक साल पहले ही जसपुर के राजकीय चिकित्सालय में तैनात हुए थे। विभाग की ओर से मानसरोवर यात्रा में उनकी ड्यूटी लगा दी। मगर निजी कारणों के चलते वह वहां नहीं जाना चाहते थे। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने अधिकारियों से भी ड्यूटी हटाने की मांग की थी। बावजूद इसके कोई सकारात्मक हल नहीं नहीं निकल पाया तो पांच दिन पूर्व उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उपस्थिति पंजिका में उनके नाम के आगे रिजाइन अंकित किया गया है। डा. संजय ने बताया कि उनकी ड्यूटी मानसरोवर यात्रा में लगाई गई थी। मगर निजी कारणों के चलते वहां नहीं जा पाए।
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बड़ी मुश्किल से मिलता है अवसर
जसपुर : कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए प्रतिवर्ष देश के विभिन्न राज्यों से हजारों भक्तों के आवेदन जमा होते हैं। बाद में लॉटरी सिस्टम के जरिये उनका चयन किया जाता है। उसके बाद भी उन्हें स्वास्थ व अन्य परीक्षणों से गुजरना पड़ता है। भगवान शिव की तपोस्थली जाने का मौका मिलता है। यात्रा में करीब सवा से डेढ लाख रुपये तक खर्च आता है।