खटीमा में अवैध रूप से संचालित दो क्लीनिक सीज
उधमसिंह नगर जिले के खटीमा में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ छापामार अभियान चलाया। इस दौरान अवैध रूप से संचालित दो क्लीनिक सीज कर दिए गए।
खटीमा, [जेएनएन]: स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ छापामार अभियान चलाया। इस दौरान अवैध रूप से संचालित दो क्लीनिक सीज कर दिए गए। इनमें एक क्लीनिक पर गर्भपात होता था, जिसके साक्ष्य मिले हैं। जबकि दूसरा क्लीनिक किसी और के नाम से संचालित हो रहा था। दोनों ही क्लीनिकों पर टीम ने ताला जड़ दिया।
स्वास्थ्य विभाग को लंबे समय से खटीमा, सितारगंज व काशीपुर में लिंगानुपात कम होने की शिकायत मिल रही थी। इसको गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एसडीएम विजयनाथ शुक्ल के निर्देशन में शनिवार को क्षेत्र के चार क्लीनिकों पर छापा मारा। इस दौरान टीम मेलाघाट रोड स्थित अभिनव अस्पताल पहुंची।
दस्तावेजों की जांच में पता चला कि अस्पताल डॉ. राहुल गंगवार के नाम से पंजीकृत है। जबकि मौके पर इलियास अहमद नाम का व्यक्ति संचालित करता मिला जो किसी भी तरह की डिग्री नहीं दिखा सका। इस पर टीम ने अस्पताल को सीज कर दिया। इस अस्पताल का पंजीकरण भी उत्तराखंड चिकित्सा परिषद में नहीं था। इसके बाद टीम ने मेलाघाट रोड पर ही स्थित ममता नर्सिंग होम, सितारगंज रोड स्थित डॉ. उमेश अग्रवाल अस्पताल की भी पड़ताल की जहां सबकुछ ठीक ठाक मिला।
इसके बाद टीम जमौर गांव पहुंची जहां रजवंत कौर नाम की महिला द्वारा संचालित क्लीनिक पर छापा मारा तो वहां गर्भपात कराने के उपकरण एवं दवाइयां भी बरामद हुईं। रजवंत के पास किसी तरह के कोई दस्तावेज नहीं मिले जिस पर क्लीनिक को सीज कर दिया गया। विभाग की इस कार्रवाई के दौरान कई अवैध रूप से संचालित क्लीनिक बंद हो गए। टीम में पीसीपीएनडीटी के जिला समन्वयक प्रदीप महर, सीएमएस डॉ. सुनीता रतूड़ी, गोपाल कुमार, विमल कुमार, सीमा, एसआइ बसंत, राजस्व उपनिरीक्षक मोईउद्दीन के साथ देहरादून स्वास्थ्य विभाग के लोग भी शामिल थे।
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