खेल में खेल करने वाले सुधर जाएं : खेलमंत्री
जागरण संवाददाता, काशीपुर : खेल मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि स्पोर्ट्स स्टेडियम में सरकार के बजट स
जागरण संवाददाता, काशीपुर : खेल मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि स्पोर्ट्स स्टेडियम में सरकार के बजट से सामान आता है, मगर कुछ सामान दुकानों पर चला जाता है। यह ठीक बात नहीं है। यह सब पता है। ऐसे लोग सुधर जाए। अभी सचेत कर रहा हूं, याचक बनकर यहां आया हूं, शासक बनकर न आना पड़े। उन्होंने एसडीएम दयानंद सरस्वती को इस मामले की तीन दिन में जांच रिपोर्ट देने को कहा।
खेलमंत्री पांडेय ने गुरुवार को स्पोर्ट्स स्टेडियम में प्रतिभावन खिलाड़ियों को सम्मानित किया और 26 अप्रैल से बेंगलुरु में होने वाली राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले राज्य स्तरीय हॉकी खिलाड़ियों को किट्स वितरित कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र में जब से भाजपा की सरकार बनी है, तब से देश बदल रहा है, इसलिए अफसर के साथ लोग भी अपने में बदलाव लाए। कहा कि राज्य में 10 फीसद ऐसे अफसर हैं, जो 90 फीसद ईमानदार अफसरों की काबिलियत पर सवाल खड़े कर देते हैं। उन्होंने कहा कि जिस दिन से राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता शुरू हो रही है, उस दिन से कैबिनेट की बैठक शुरू होगी। स्क्रीन पर ही मैच देखेंगे। उन्होंने क्रिकेटर वसीम अकरम का हवाला देते हुए कहा कि सफलता के लिए लक्ष्य तय करना होगा और लगन हो। जब ठान ली तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए और सपने को पूरा करना चाहिए। मनोबल नहीं गिरना चाहिए। इस दौरान स्टेडियम का पुननिर्माण, खेल उपकरण आदि मुहैया कराने की मांग की गई। इस मौके पर पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा, दीपक बाली, उषा चौधरी, राम मेहरोत्रा, नरेंद्र मानस, गुरविंदर सिंह चंडोक, योगेश जोशी आदि मौजूद थे।
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राज्य में आ सकता है खेल गांव
काशीपुर : खेल मंत्री अरविंद पांडेय ने बताया कि केरल में खेल गांव बना है। राज्य सरकार के पास इतना बजट नहीं है कि यहां पर खेल गांव बनाया जा सके। उन्होंने राज्य में होने वाले राष्ट्रीय खेल को ध्यान में रखकर अधिकारियों से कहा गया है कि यदि संभव हो सके तो रेलवे या ट्रांसपोर्ट के जरिये केरल से गांव को यहां कुछ दिन के लिए लाया जा सके। जिससे खिलाड़ियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो सके। उन्होंने कहा कि एक साल में खेल में काफी बदलाव दिखेगा। इंस्फ्राक्टचर में भले ही खास बदलाव न दिखे, मगर प्रतिभावान खिलाड़ी दिखेंगे। बताया कि किसी खेल में कोच है तो खिलाड़ी नहीं हैं, खिलाड़ी है तो कोच नहीं है। विभिन्न खेलों में खिलाड़ियों को तरासने के लिए कोच की तलाश की जाएगी। बताया कि राज्य में भाजपा सरकार बनने से निजी स्कूलों पर फीस वसूली में काफी अंकुश लगा है। कई स्कूलों ने तो फीस लौटा दी है। एक साल में सब कुछ ठीक हो जाएगा।