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सड़क पर ई-रिक्शा, नियमों की बलि

संवाद सूत्र, रुदपुर : शहर की सड़कों पर हजारों ई-रिक्शा फर्राटा भर रहे हैं। इनमें से अधिकांश का न त

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Apr 2017 01:00 AM (IST)Updated: Sat, 22 Apr 2017 01:00 AM (IST)
सड़क पर ई-रिक्शा, नियमों की बलि
सड़क पर ई-रिक्शा, नियमों की बलि

संवाद सूत्र, रुदपुर : शहर की सड़कों पर हजारों ई-रिक्शा फर्राटा भर रहे हैं। इनमें से अधिकांश का न तो पंजीकरण है और न ही नंबर। खास बात यह है कि जिन हाथों में किताबें होनी चाहिए, वह ई-रिक्शा दौड़ा रहे हैं। ऐसे में यातायात के नियमों की धज्जियां तो उड़ रही है, साथ ही लोगों के लिए भी खतरा बने हैं। न तो परिवहन विभाग और न ही नगर निगम इनको लेकर सजग है। रुद्रपुर : एआरटीओ विभाग ने इन टुकटुक चालकों पर कितनी लगाम लगाई है, यह उनकी जांच से ही पता चलता है। अब तक मार्च और अप्रैल माह में सिर्फ दस चालान ही हो सके।

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ई-रिक्शा करीब दो हजार, पंजीकृत 257

रुद्रपुर : हैरान कर देने वाली बात यह है कि रुद्रपुर में करीब 2000 ई-रिक्शा चल रहे हैं। जबकि इनमें सिर्फ 257 ई-रिक्शा ही पंजीकृत हैं। ऐसे में बिना पंजीकरण के अवैध तरीके से सड़कों पर ई-रिक्शा दौड़ाए जा रहे हैं। खास बात यह है इन रिक्शों पर भी प्रशासन ने भी गौर नहीं किया। धीरे-धीरे सड़कों पर ई-रिक्शा की संख्या बढ़ती जा रही है।

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फूटी लाइटें और रात का सफर

रुद्रपुर : रुद्रपुर के लोगों की जान को हरदम खतरा बना रहता है। नौसिखिया बालक यातायात नियमों को दरकिनार कर बेखौफ होकर ई-रिक्शा दौड़ा रहे हैं। रात के सफर में यदि कोई सवारी इन बालकों के टुकटुक पर बैठ जाए तो उसकी जान खतरे में बनी रहती है। इन बालकों को यह भी पता नहीं रहता कि रात में इनके ई-रिक्शा की लाइट चल रही है या नहीं। यातायात पुलिस भी इनको रोक पाने में नाकाम है।

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जहां जगह मिली वहीं स्टैंड

रुद्रपुर : ई-रिक्शा चालकों ने सड़कों को अपना ढेरा बना लिया है। जहां भी मन हुआ वहां रिक्शा स्टैंड बना लिया। ऐसे में पूरा रोडवेज बस अड्डे का गेट और गांधी पार्क चारों ओर से इन ई-रिक्शा की जद में आ चुका है। यहां दिन भर चालक आराम करते हैं तो वहीं यहां निकलने वाली महिलाओं के साथ छीटाकसी भी होती है। हालांकि यहां पर ट्रैफिक भगाने का प्रयास करती है, लेकिन सुविधा शुल्क के साथ मामला रफा-दफा कर दिया जाता है।

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यह कंपनियां हैं रजिस्टर्ड

आदित्य सांई इंडस्ट्रीज, अर्पणा इंडस्ट्रीज, बली आटो इंडस्ट्रीज, सीएलएच गेसेस फ्यूल, इलेक्ट्रोथोरियम लिमिटेड, होवेल सिलेंडर, श्रीराम आटो टेक, ओम बालाजी आटोमोबाइल, ओम बालाजी आटोमोबाइल आईपी लिमिटेड, सेरा इलेक्ट्रिक आटो प्राइवेट लिमिटेड, यूपी टेली¨लक्स लिमिटेड

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नाबालिग ई-रिक्शा दौड़ा रहे हैं तो उनके वाहन स्वामी जो उनसे ई-रिक्शा चलवा रहे हैं उन पर कार्रवाई होगी। इसके लिए चालान काटे जाते हैं। इन पर 1500 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाता है।

-नंदकिशोर, एआरटीओ, ऊधमिसंह नगर


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