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उद्यमियों को बजट से कर राहत आस

संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : मोदी सरकार अपना तीसरा बजट पेश करने जा रही है। इस बार एक फरवरी को पेश हो

By Edited By: Published: Sat, 21 Jan 2017 01:00 AM (IST)Updated: Sat, 21 Jan 2017 01:00 AM (IST)
उद्यमियों को बजट से कर राहत आस
उद्यमियों को बजट से कर राहत आस

संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : मोदी सरकार अपना तीसरा बजट पेश करने जा रही है। इस बार एक फरवरी को पेश हो रहा है। देश में जीएसटी लागू करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए केंद्र सरकार ने उद्यमियों को साफ संदेश दे दिया है। वहीं, दूसरी तरफ नोटबंदी के बाद व्यापार की दिशा और दशा तय करने के लिए मोदी सरकार के इस वर्ष के बजट पर सबकी निगाहें बेसब्री से टिकी हुई हैं। वहीं, दूसरी तरफ पांच राज्यों में चुनाव के चलते लोक लुभावन घोषणाओं पर भी संयम रखना होगा। मोदी सरकार के बजट पर उद्यमियों की निगाहें टिकी हैं। उनका मानना है कि सरकार को टैक्स में छूट के लिए विशेष कदम उठाने के साथ नोटबंदी से प्रभावित व्यापार को नए आयाम तक पहुंचाने के लिए कदम उठाने चाहिए। इस संबंध में उद्यमियों ने अपनी राय रखी है।

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सरकार को टैक्स का सरलीकरण करते हुए इंस्पेक्टर राज से मुक्ति की तरफ कदम उठाना चाहिए। इससे भ्रष्टाचार पर लगाम कसी जा सके। इसके साथ ही इनकम टैक्स के स्लैब को बढ़ा कर लोगों को राहत दी जानी चाहिए। जिससे लोग खुल कर अपना काम करने की हिम्मत कर सके। इसके साथ ही नोटबंदी के बाद कैश की किल्लत को दूर करने के लिए उपाय सामने लाने चाहिए। जिससे व्यापारी वर्ग राहत की सांस ले सके।

-अशोक बंसल, पूर्व अध्यक्ष कुमाऊं गढ़वाल चैंबर्स ऑफ कामर्स

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टूरज्मि को बढ़ावा देने के लिए होटल व्यवसाय पर लादे गए टैक्स को कम करना होगा, जिससे होटल व्यवसाय को बढ़ावा दिया जा सके। सर्विस टैक्स के साथ ही लग्जरी टैक्स, मनोरंजन टैक्स के तले होटल व्यवसाय दब रहा है। साथ ही बैंक लोन में होटल व्यवसाय को रीयल स्टेट व्यवसाय से अलग करते हुए ब्याज में राहत मिल सके। रेनोएशन इनकम टैक्स में छूट दी जाए। जिससे होटल व्यवसाई बिना किसी झिझक के रेनोएशन का काम करवा सके।

-आनंद रूंगटा , होटल व्यवसायी

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देश में केंद्र सरकार का जीएसटी लागू किए जाने का निर्णय सराहनीय है। लेकिन छोटे व्यापारी को जीएसटी के दायरे से अलग रखा जाना चाहिए, जिससे व्यापारी बिना किसी दिक्कत के अपना व्यापार चला सके। व्यापारी को कैश लिमिट से राहत दी जानी चाहिए। इनकम टैक्स का स्लैब बढ़ा कर आम आदमी को राहत देने के लिए किया जाना चाहिए। नोटबंदी के बाद आम आदमी की हो रही दिक्कतों को दूर करने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाये जाने चाहिए।

-राजेश बंसल, जिलाध्यक्ष व्यापार मंडल

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होटल व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए सरकार को विशेष कदम उठाने होंगे। टैक्स में सरलीकरण की मांग लगातार करने के बाद भी कोई राहत नहीं मिलने से होटल व्यापार की दिक्कतें कम नहीं हो रही है। दोहरे कर की मार के चलते ग्राहकों के साथ ही होटल व्यावसायी को भी परेशानी उठानी पड़ती है। सरकार को चाहिए की वह लोगों की परेशानी को समझते हुए टैक्स में राहत देने का काम करें। जिससे आम आदमी होटल की तरफ आकर्षित हो सके।

-राजीव सुखीजा, होटल व्यावसायी

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नोटबंदी के बाद से व्यापार लगातार घट रहा है। लोगों की भावनाएं आहत हो रही है। सरकार को ऐसी पालिसी लानी होगी जिससे व्यापार में वृद्घि हो। जिससे व्यापारी नया काम करने की हिम्मत कर सके। इसके लिए बाजार में पैसे की कमी को दूर करना होगा। डिजीटल इंडिया को सार्थक बनाने के लिए इंफ्रास्टक्चर विकसित करना होगा। साथ ही सरकार को नए रोजगार विकसित करने के लिए सड़क से लेकर अन्य सरकारी प्रोजक्टों को बढ़ावा दे उस पर खर्च करना होगा। जिससे लोगों के अंदर खर्च की क्षमता बढ़ सके।

-रजत बंसल, प्रोपराइटर, बंसल ज्वेलर्स

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नोटबंदी के बाद सरकार को राजस्व के रूप में धनराशि प्राप्त हुई है उसका प्रयोग सरकार को जनता को करों में राहत के रूप में करना चाहिए। सरकार को किसानों के लिए सार्थक कदम उठाते हुए खाद व बीज में सब्सिडी दी जानी चाहिए। जिससे किसान महंगाई की मार से उबर सके। मध्यम वर्ग के लिए इनकम टैक्स में छूट दी जानी चाहिए। रेल किराए में छूट देकर आम आदमी को सरल व सुगम आवागमन की सुविधा दी जानी चाहिए।

-जसविंदर खरबंदा, बीज व्यवसाय उद्यमी


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