मांगों को लेकर लामबंद हुए प्राथमिक शिक्षक
जागरण संवाददाता, खटीमा : दस सूत्रीय मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ लामबंद हो गया है। मंगलवार को
जागरण संवाददाता, खटीमा : दस सूत्रीय मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ लामबंद हो गया है। मंगलवार को शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। साथ ही समस्याओं का त्वरित गति से निदान न होने पर उग्र आंदोलन की धमकी दी।
उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक यहां बीआरसी में एकत्र हुए। जहां उन्होंने धरना-प्रदर्शन करते हुए खूब नारेबाजी की। उनका कहना था कि शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर कर 4600 रुपये ग्रेड पे वाले एलटी शिक्षकों की भांति 4600 ग्रेड पे वाले प्रारम्भिक शिक्षकों को भी न्यूनतम मूल वेतन 17140 रुपये का लाभ दिया जाए। कहा कि इस व्यवस्था को उप्र सरकार ने लागू कर दिया है। सर्वशिक्षा अभियान के तहत आने वाले विद्यालयों के शिक्षकों का वेतन भी कोषागार से भुगतान करने, सीआरसी, बीआरसी में पूर्व में कार्यरत समन्वयकों को यथावत रखते हुए शेष पदों पर पुन: परीक्षा का आयोजन, शिक्षकों को चयन वेतनमान एवं प्रोन्नत वेतनमान पर एक वेतन वृद्धि का लाभ, प्रतिवर्ष 20 उपार्जित अवकाश देने, वर्ष 2005 में नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने, औचक निरीक्षण के दौरान अध्यापकों से स्पष्टीकरण लिए बिना निलंबन की कार्रवाई न किए जाने समेत विभिन्न मांगों के निस्तारण की मांग की।
उन्होंने मांगों को लेकर विद्यालयी महानिदेशक को ज्ञापन भेजा। जिसमें समस्याओं का निस्तारण न होने पर उग्र आंदोलन की धमकी दी गई। इस मौके पर दीपक फत्र्याल, अरविंद गोस्वामी, अजय कुमार, गौरीशंकर जोशी, कमान सिंह, अश्वनी कुमार, रमेश भट्ट्ट, प्रकाश पानू, भुवन उप्रेती, मोहन बिष्ट, ताजवर खत्री, राकेश सुमन आदि मौजूद थे।