धर्म के मामले में डेरों से कमेटी नहीं हुई सहमत
जागरण संवाददाता, बाजपुर: गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की बैठक में एक डेरे ने कमेटी के नाम को जोड़ कर सिख
जागरण संवाददाता, बाजपुर: गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की बैठक में एक डेरे ने कमेटी के नाम को जोड़ कर सिख पंथ के प्रथम गुरु श्री गुरु नानकदेव जी महाराज के विवाह को समर्पित कार्यक्रम आयोजित करने को गलत ठहराते हुए कमेटी ने स्वयं को कार्यक्रम से अलग कर लिया गया है।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की एक बैठक अध्यक्ष दलजीत सिंह रंधावा की अध्यक्षता में बुधवार को हुई। जिसमें रंधावा ने अवगत कराया कि उन्हें गुमराह कर कार्यक्रम में सहयोग की सहमति ली गई थी। संगत से डेरे की जानकारी होने पर यह बैठक बुलाई गई है। बैठक में एक स्वर से कहा गया कि अकाल तख्त साहिब गुरुमत मर्यादा के विपरीत चल रहे डेरों के खिलाफ है और गुरु महाराज के विवाह को लेकर नगर कीर्तन निकालने व कार्यक्रम करने की नई परंपरा है और यह कार्यक्रम एक निज स्थान में बने धर्म स्थल को केंद्रित कर किया जा रहा है। जिसमें गुरुद्वारा सिंघ सभा सहमत नहीं है। बैठक में गुरुनानक देव जी के अवतार पुरुष में रागी जत्थों, धर्म प्रचारकों का चयन करने के लिए महेंद्र पाल सिंह, चरणजीत सिंह को अधिकृत किया गया व निर्धारित तिथि 25 नवंबर को ही कार्यक्रम करने पर सहमति व्यक्त की गई। इसके अतिरिक्त गुरुद्वारा साहिब में एवजी में आने वाले ग्रंथी साहिबान का मानदेय बढ़ाने, सुबह-शाम कीर्तन के दौरान ग्रंथी साहिबान की मौजूदगी सुनिश्चित कराने, लंगर के बचे भोजन को गऊशाला में भेजने सहित अनेकों प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक में हरमंदर सिंह बरार, सुरेंद्र सिंह काहलों , अवतार सिंह, हरदयाल सिंह, जगजीत सिंह, दीदार सिंह, डॉ.गुरदेव सिंह, चरणजीत सिंह, बाज सिंह, कुलवंत सिंह, हरपाल सिंह, सूबेदार गुरचरण सिंह, बलविंदर सिंह आदि मौजूद थे।
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सभी के सहयोग से होगा कार्यक्रम :सिंह
बाजपुर: बांसखेड़ा में उपरोक्त कार्यक्रम कराने वाले बाबा जगीर सिंह ने कहा कि बाबा बड़भाग सिंह का उपरोक्त स्थान है और उनके जैसे सभी डेरों को अकाल तख्त साहिब से मान्यता मिली हुई है। और वह गुरु मर्यादा के अनुरूप कार्य कर रहे हैं और सभी का सहयोग चाहते हैं।