ताले में शौचालय, छात्राएं परेशान
एक ओर सरकार प्रत्येक स्कूल में शौचालय बनवा रही है, ताकि छात्र-छात्राओं को शौच के लिए खुले में न पड़े
एक ओर सरकार प्रत्येक स्कूल में शौचालय बनवा रही है, ताकि छात्र-छात्राओं को शौच के लिए खुले में न पड़े, लेकिन ढकिया गुलाबो स्थित राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शौचालय होने के बावजूद बच्चे खुले में शौच करने को मजबूर हैं। वो इसलिए स्कूल के प्रबंधन की तानाशाही से। छुट्टी के बाद स्कूल के शौचालय में ताले लटके यह बात समझ में आती है, लेकिन स्कूल के समय ताले लटके रहे, यह किसी के गले नहीं उतर रही। शौचालय में ताले लटकने से छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दबी जुबान से छात्राएं बोली, महीनों से शौचालय खुला नहीं देखा है।
इनसेट
एक शिक्षिका का ट्रांसफर, एक छुट्टी पर
इस विद्यालय में चार अध्यापिकाएं थीं। इनमें से प्रधानाचार्य पुष्पा का ट्रांसफर हो गया। एक अन्य शिक्षिका अनीता मेडिकल लीव पर हैं। अब एक शिक्षिका जयवती तैनात है।
----------------
-------------
वर्जन
- शौचालय में ताला लगाना गलत है। स्कूल समय में ताला लटका नहीं सकते। सभी स्कूल प्रबंधनों को पहले ही निर्देश दिए हैं। ढकिया गुलाबो के स्कूल में ऐसा हुआ है तो जांच की जाएगी।
अशोक कुमार मिश्र, खंड शिक्षा अधिकारी, काशीपुर