विधायक व मेयर के खिलाफ मोर्चा
जागरण संवाददाता, काशीपुर : नगर निगम परिसर से संडे बाजार को शिफ्ट करने के मुद्दे ने खासा तूल पकड़ लिय
जागरण संवाददाता, काशीपुर : नगर निगम परिसर से संडे बाजार को शिफ्ट करने के मुद्दे ने खासा तूल पकड़ लिया है। साप्ताहिक बाजार व्यापारिक समिति ने अब विधायक व मेयर के खिलाफ खुला मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को समिति पदाधिकारियों ने व्यापारियों संग एएसपी ऑफिस के बाहर धरना देकर विधायक, मेयर के साथ निगम प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। समिति ने एएसपी को ज्ञापन सौंपा और विधायक व मेयर के खिलाफ सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगा मुकदमा दर्ज करने की मांग उठाई।
समिति के पदाधिकारियों का कहना था कि संडे बाजार को लेकर बीते 26 जुलाई को नगर निगम के मुख्य गेट में व्यापारियों के प्रदर्शन में शामिल होकर विधायक, मेयर ने न केवल मार्ग अवरुद्ध किया, बल्कि अपने भाषण में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले शब्दों का प्रयोग किया। बुधवार दोपहर एएसपी ऑफिस के बाहर धरनास्थल पर संडे बाजार से जुड़े व्यवसायियों को संबोधित करते हुए नदीमउद्दीन ने कहा कि विधायक हरभजन सिंह चीमा व नगर निगम मेयर ऊषा चौधरी संडे बाजार को लेकर राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। बाजार को अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग का उद्देश्य भाजपा से जुड़े व्यापारियों को लाभ पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि एक मई 2014 से पूरे देश में लागू पथ विक्रेता अधिनियम के अनुसार बाजार को हटाया या स्थानांतरित नहीं किया जा सकता। धारा 33 के अनुसार नगर निगम को भी संडे बाजार को हटाने का कोई अधिकार नहीं है। समिति के पदाधिकारियों के नेतृत्व में व्यवसायियों ने एडिशनल एसपी कमलेश उपाध्याय को डीजीपी के संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में नदीमउद्दीन, समिति अध्यक्ष मोहम्मद जाहिद, राम पाल, जाहिद हुसैन, महेंद्र सिंह, अमनदीप, सरफराज, मुशर्रफ, मोहम्मद साकिर, आबिद, मुरारी लाल, सुशील कुमार, महमूद, मोहम्मद हनीफ समेत दर्जनों लोग शामिल थे।
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पुलिस महानिदेशक से लगाई गुहार
साप्ताहिक बाजार व्यापार समिति ने पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन भेजकर विधायक व मेयर के खिलाफ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के मामले में एफआइआर दर्ज करने की मांग की है। नदीमुद्दीन ने बताया कि दोनों के खिलाफ काशीपुर कोतवाली में समिति की ओर से तहरीर देने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा है। डीजीपी से मांग की गई कि संडे बाजार में तीन सौ से अधिक व्यवसायी फड़ लगाते हैं, जिनके साथ अन्याय हो रहा है। अगले संडे बाजार को किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, ऐसे इंतजाम करने की मांग की गई है।
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तो नगर फेरी समिति हटवा सकती है बाजार
पथ विक्रेता (आजीविका की सुरक्षा तथा फेरी व्यवसाय विनियमन अधिनियम) के नियम के तहत नगर फेरी समिति संडे बाजार को अन्यत्र शिफ्ट करा सकती है। यदि किसी परिस्थिति में किसी फड़ फेरी, अस्थाई व्यापारी को हटाना है तो यह कार्य 40 प्रतिशत वेंडरों के प्रतिनिधियों वाली नगर फेरी समिति द्वारा किया जा सकता है।