कंपनी में करोड़ों की टैक्स चोरी
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : सिडकुल की सालासर सिंथेटिक कंपनी के कारगुजारियों को वाणिज्य कर टीम ने उजा
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : सिडकुल की सालासर सिंथेटिक कंपनी के कारगुजारियों को वाणिज्य कर टीम ने उजागर किया है। टीम ने छापे के दौरान कंपनी में एक करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी। कच्चे माल को बेचकर कंपनी यह खेल कर रही थी।
वाणिज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) की डिप्टी कमिश्नर हेमा बिष्ट ने टीम के साथ सिडकुल स्थित सालासर सिंथेटिक कंपनी पर नजर रखनी शुरू की तो टैक्स चोरी सामने आई। कच्चे माल की खरीद के हिसाब से कम उत्पादन की परख को अफसर जुट गए। पता लगा कि खरीद का ज्यादातर कच्चा ही बेचा जा रहा है।
डिप्टी कमिश्नर बिष्ट ने टीम के साथ गुपचुप कंपनी में छापामार कर खरीद-बिक्री से जुड़े अभिलेख जब्त किए, जिनकी जांच में कच्चा माल विक्रय की पुष्टि हुई।
निवाड़ बनाने के लिए कंपनी स्थानीय के साथ बाहरी राज्यों से जितना प्लास्टिक खरीदती है, उतना उत्पादन नहीं हो रहा था। पड़ताल में पता चला कि वह ज्यादातर कच्चे माल की ट्रेडिंग करती थी और टैक्स फ्री होने से उत्पादन बिक्री दिखाती थी। यानि कच्चे माल की बिक्री पर वह पांच फीसद टैक्स चोरी कर रही थी।
टीम ने वर्ष 2013-14, 2014-15 व चालू वित्तीय वर्ष में अभी तक की खरीद-बिक्री से जुडे़ दस्तावेजों को जब्त कर लिए हैं। वर्ष 2014-15 के दस्तावेजों की जांच में प्रथमदृष्टया 20 करोड़ रुपये का टर्नओवर पकड़ा गया है, जिस पर पांच फीसद के हिसाब से करीब एक करोड़ टैक्स बनता है। अफसर अन्य दस्तावेजों की जांच में जुटे हैं। उन्हें करीब 30 करोड़ से अधिक टर्नओवर के प्रकाश में आने का और अंदेशा है। अफसरों के रडार पर अन्य कंपनियां भी हैं। टीम में सहायक आयुक्त भुवन चंद्र पांडे, सहायक आयुक्त विनय कुमार पांडे, सहायक आयुक्त आशीष ठाकुर, प्रशिक्षु सहायक आयुक्त सुचि तिवारी व वाणिज्य कर अधिकारी नंदन गिरि शामिल थे।
वर्जन
फिलहाल दस्तावेजों की जांच चल रही है। कंपनी जितना कच्चा माल खरीदती थी, उतना उत्पादन नहीं करती थी। जांच पूरी होने के बाद ही कुल टैक्स चोरी का पता चल पाएगा।
-हेमा बिष्ट, डिप्टी कमिश्नर, एआइबी, वाणिज्य कर