कैमरे के खेल में छात्रा फेल!
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : हाईस्कूल बोर्ड की परीक्षा से वंचित छात्रा परीक्षा में शामिल हो सकती थी।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : हाईस्कूल बोर्ड की परीक्षा से वंचित छात्रा परीक्षा में शामिल हो सकती थी। प्रधानाचार्य माध्यमिक शिक्षा परिषद से मोबाइल पर वार्ता कर या खुद परीक्षा में बैठने की अनुमति दे सकती थीं। यह खुलासा जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक की जांच रिपोर्ट में हुआ है।
कक्षा 10 की छात्रा हेमा गंगवार के बीमार होने पर उसे एक निजी अस्पताल में 11 मार्च को सुबह भर्ती कराया गया। उसी दिन उसकी ¨हदी पेपर की परीक्षा थी। वह परीक्षा देने सनातन धर्म कन्या इंटर कालेज 11.35 बजे पहुंची तो प्रधानाचार्य अवनी यादव ने नियम का हवाला देकर उसे परीक्षा में शामिल करने से इंकार कर दिया। इस पर परिजनों ने हंगामा काटा और जिलाधिकारी से मामले की जांच की मांग की। डीईओ माध्यमिक डॉ. पीएन सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा गया। उन्होंने जांच रिपोर्ट मुख्य शिक्षा अधिकारी डा. नीता तिवारी को सौंप दी है। जांच रिपोर्ट के मुताबिक कालेज में लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज 14 मार्च को निकलवाया गया तो 11 मार्च के फुटेज पर ओवरराइड हो गया था। कालेज गेट पर छात्रा के पहुंचने का समय 11.20 बजे दिखाना, सीसीटीवी में 11 मार्च का फुटेज का रिकार्ड कालेज में उपलब्ध न होना संदेह की स्थिति पैदा करता है। रिपोर्ट में आशंका जताई गई कि छात्रा के गेट पर पहुंचने के वास्तविक समय को छिपाने का प्रयास किया गया। छात्रा के 11.20 बजे पहुंचने का कोई तथ्य प्रस्तुत नहीं किया गया। जांच में यह भी बात सामने आई है कि शिक्षा परिषद के सचिव से छात्रा के भाई ने प्रधानाचार्य से मोबाइल पर वार्ता कराने का प्रयास किया तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि सचिव से वार्ता न करने और अपने विवेक का सकारात्मक परिचय न देने के कारण छात्रा परीक्षा में बैठने से वंचित हो गई। सीईओ डा. नीता तिवारी से इस संबंध में मोबाइल पर संपर्क किया गया तो संपर्क नहीं हो सका। इधर परिजनों ने कार्रवाई न होने पर हाईकोर्ट जाने की धमकी दी है।