श्रमायुक्त के खिलाफ उद्यमी
काशीपुर : रजिस्ट्रेशन, नवीनीकरण प्रमाणपत्र सहित अन्य दस्तावेजों की जांच के श्रमायुक्त के पत्र पर उद्
काशीपुर : रजिस्ट्रेशन, नवीनीकरण प्रमाणपत्र सहित अन्य दस्तावेजों की जांच के श्रमायुक्त के पत्र पर उद्यमी मुखर हो गए हैं। उन्होंने श्रमायुक्त की मंशा पर सवाल उठाते हुए इसे गैरजरूरी बताया है।
केजीसीसीआइ के पदाधिकारियों की अशोक बंसल की अध्यक्षता में शुक्रवार को एक बैठक हुई। इसमें चेप्टर चेयरमैन डीसी बिष्ट ने बताया कि राज्य के श्रमायुक्त ने सिडकुल सितारगंज, काशीपुर और आसपास के श्रम कानून के संबंधित अभिलेखों को उनके समक्ष प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। इसमें कारखाने का रजिस्ट्रेशन, नवीनीकरण प्रमाण पत्र, उपस्थिति पंजिका, वेतन भुगतान, बोनस आदि दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया है। श्रमायुक्त के इस आदेश पर उद्यमियों ने कड़ी आपत्ति जताई है। कहा कि जिम्मेदार अफसर शायद राज्य के उद्योग को धराशायी करने की मंशा रखते हैं। ऐसे अधिकारियों में अंकुश लगाना राज्य सरकार के लिए बेहद जरूरी है। बंसल ने बताया कि उद्योगों से संबंधित विभिन्न अभिलेखों की जांच नियमित रूप से विभागीय निरीक्षक करते आ रहे हैं। आरोप लगाया कि श्रमायुक्त अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर कार्य कर रहे हैं। पूर्व अध्यक्ष दरबारा सिंह ने कहा कि वह राज्य में फैक्ट्री चलाकर कोई अवैध कार्य नहीं कर रहे हैं, बल्कि क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इस मौके पर आरके गुप्ता, बीएस सहरावत, कुलदीप सिंह, आशुतोष शर्मा, अनूप सिंह, राजीव शर्मा, रवि सरन, मनीष जाजू, प्रशांत दुबे थे।