गंदे पानी के सेवन से भी कुपोषण
रुद्रपुर : ग्रामीण खुद कुपोषण दूर करने के तौर तरीके सीखें, जिससे बच्चे स्वस्थ रहें। इसके लिए विभिन्न
रुद्रपुर : ग्रामीण खुद कुपोषण दूर करने के तौर तरीके सीखें, जिससे बच्चे स्वस्थ रहें। इसके लिए विभिन्न विभागों के अफसरों से सहयोग लेने होंगे। ग्रामीणों को जागरूक होना होगा।
कुपोषण खत्म करने के लिए इंटीग्रेटेड सिस्टम स्ट्रेथिंग एंड न्यूट्रिशन इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट के तहत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर हरिद्वार, टिहरी, चंपावत व ऊधम सिंह नगर का चयन किया गया है। ऊधम सिंह नगर में बाजपुर ब्लॉक का चयन हुआ, यहां पर 209 अतिकुपोषित बच्चे चिन्हित किए गए हैं। कुपोषण की वजह तलाशने व दूर करने के बारे में शुक्रवार को विकास भवन सभागार में एएमएस कंसल्टिंग लिमिटेड, देहरादून की टीम ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ मंथन किया। इस दौरान लिमिटेड की राज्य समन्वयक उषा गोयल, डिप्टी यूनिट हेड स्वप्निल दुबे ने स्लाइड शो के जरिये राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों व पंजीकृत बच्चों की संख्या के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि गंदे पानी के सेवन से बच्चे बार-बार बीमार होते हैं, इससे भी कुपोषण हो सकता है। बच्चों को स्वस्थ रखने में विलेज हेल्थ एवं सेनिटेशन समिति बेहतर साबित हो सकती है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पूर्ति विभाग, बाल विभाग आदि विभागों में योजनाएं संचालित हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी ललिता वर्मा ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। इस मौके पर डीईओ बेसिक केके वाष्र्णेय, डीएसओ विपिन कुमार, बालकृष्ण, कमला कोरंगा, सरोज टम्टा, कविता बडोला, सुभजीत भट्ट, अनिल सिंह आदि मौजूद थे।