विधायक व पुलिस में धक्का-मुक्की
बाजपुर : स्कूल बंद कराने के आरोप में कस्टडी में लिए गए दो भाजपा नेताओं को छुड़ाने के दौरान भाजपा विध
बाजपुर : स्कूल बंद कराने के आरोप में कस्टडी में लिए गए दो भाजपा नेताओं को छुड़ाने के दौरान भाजपा विधायक अरविंद पांडेय व समर्थकों के साथ पुलिस की जमकर धक्का-मुक्की हो गई। विधायक भाजपा नेताओं को जबरन छुड़ाकर ले जाने लगे। इसका कोतवाल सहित अधिकारियों ने विरोध किया और दोनों आरोपियों को विधायक के कब्जे से छुड़ा पुन: अपनी कस्टडी में ले लिया। घटना के चलते कोतवाली में काफी देर तक अफरातफरी रही तथा हालात तनावपूर्ण हो गए।
पिछले छह दिनों से अनशन पर बैठे भाजपा जिला उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह के समर्थन में जीजीआइसी बंद करवाने गए भाजपा मंडल अध्यक्ष विमल शर्मा व महामंत्री खीम सिंह दानू को कोतवाल ओमप्रकाश शर्मा पकड़ कर कोतवाली ले आए। इससे भड़के भाजपा जिला मंत्री राजेश कुमार ने स्कूली छात्रों के साथ कोतवाली पहुंचकर हंगामा काटा तथा दोनों नेताओं को छोड़ने के लिए दबाव डाला, लेकिन पुलिस ने उन्हें छोड़ने से इंकार कर दिया। जानकारी पर दोपहर 1.40 बजे गदरपुर विधायक अरविंद पांडेय समर्थकों सहित कोतवाली जा धमके और दोनों आरोपी नेताओं को कोतवाली परिसर से आवाज देकर बाहर बुला लिया और उन्हें साथ लेकर कोतवाली से बाहर जाने लगे। इससे पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए। प्रभारी निरीक्षक के कमरे से दौड़कर बाहर आए एएसपी देवेंद्र पींचा व कोतवाल ओमप्रकाश शर्मा ने विरोध करते हुए उन्हें किसी भी कीमत पर कोतवाली से नहीं ले जाने देने की बात कही। इसको लेकर उनकी विधायक पांडेय व उनके समर्थकों से पुलिस की छीना झपटी व धक्का-मुक्की हो गई। गाली गलौज भी जमकर हुई। हालांकि पुलिस हल्का बल प्रयोग कर विधायक के कब्जे से दोनों नेताओं को छुड़ाने में सफल रही। इस दौरान भाजयुमो मंडल अध्यक्ष टिंकू यादव ने आत्मदाह करने तक की धमकी दी। इस घटना के चलते कोतवाली में काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा तथा स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई थी। बाद में एएसपी से बंद कमरे में हुई वार्ता के बाद विधायक पांडेय समर्थकों सहित कोतवाली से अनशन स्थल पर पहुंच गए। वहीं बाद में पुलिस ने विमल शर्मा व खीम सिंह दानू का शांति भंग में चालान कर दिया। एसडीएम भगत सिंह फोनिया द्वारा जमानत देने के बाद मामला निपट सका।
पहले तो मूकदर्शक बनी देखती रही पुलिस
बाजपुर : विधायक पांडेय ने कोतवाली में प्रवेश करते ही खीम सिंह दानू व विमल शर्मा का नाम पुकारते हुए दोनों से बाहर आने को कहा कि दोनों बाहर आए, उन्हें अपने साथ लेकर विधायक कोतवाली से जाने लगे। तब तक पुलिस मूकदर्शक बनी रही। किसी की भी हिम्मत आगे बढ़कर विधायक का सामना करने की नहीं हुई। एएसपी व कोतवाल के बाहर आने पर ही पुलिस हरकत में आयी।
आसपास के थानों की फोर्स बुलाई
बाजपुर : भाजपा नेताओं को पकड़े जाने के उपरांत विवाद की आशंका को ध्यान में रखकर आसपास के थानों व पुलिस चौकियों की फोर्स बुला ली गई। कोतवाली परिसर व मुख्यमार्ग छावनी में तब्दील हो गया। प्रशासनिक अमला किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार नजर आ रहा था। वहीं एसडीएम भगत सिंह फोनिया, तहसीलदार सुदेश चंद्र व पटवारी आदि भी कोतवाली में मौजूद रहे।