सर्दी से बचने को 49 लाख मंजूर
बाजपुर : शीतलहर के प्रकोप में ठिठुर रही जिंदगी को बचाने के लिए आखिरकार शासन को रहम आ ही गया। गरीबों
बाजपुर : शीतलहर के प्रकोप में ठिठुर रही जिंदगी को बचाने के लिए आखिरकार शासन को रहम आ ही गया। गरीबों तन ढंकने के लिए सरकार ने आपदा प्रबंधन मद से 49 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की है। जिसमें निराश्रितों को संभावित शीतलहर के प्रकोप से बचाने व पर्याप्त मात्रा में अलाव की व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं।
सरकारी ने जारी आदेश में कहा है कि धर्मशालाओं, रैन बसेरों, मुसाफिर खानों, पड़ाव सराय, चौराहा, रेल/बस स्टेशन, सार्वजनिक स्थानों को प्राथमिकता दी जाए। इन्हीं स्थानों पर मध्यम वर्ग के लोग शरण लेते हैं। यह भी कहा गया है कि शीत लहर से यदि किसी की मृत्यु होती है तो उसका रेडियो ग्राम तत्काल भेजा जाए। जिससे संबंधित के परिजनों को अनुदान राशि उपलब्ध करवायी जा सके। धनराशि में चंपावत, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, चमोली, नैनीताल, पिथौरागढ़, टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल को चार-चार लाख व ऊधम सिंह नगर, देहरादून एवं हरिद्वार को तीन-तीन लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है।
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शीतलहर ने बढ़ाई मुश्किलें
21बीजेपी 12 में।
बाजपुर : पिछले कई दिनों से जारी शीतलहर के चलते ठंड में काफी इजाफा हो गया है जिसके चलते लोग घरों में ही दुबके रहे। वहीं ठंड के चलते व्यापारियों के कारोबार पर भी खासा असर देखने को मिल रहा है। दुकानदार पूरे दिन ग्राहकों के इंतजार में दुकानें खोले बैठे रहे। जबकि बाजार में बहुत ही जरूरत पर लोग निकले।
क्षेत्र में पिछले कई दिनों से शीतलहर चल रही है, जिससे ठिठुरन बढ़ने के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दिन में सूर्य देवता के दर्शनों को लोग तरसते रहे, वहीं सर्द हवाओं के चलते बढ़ी ठंड की वजह से लोग घरों से बाहर ही नहीं निकले जिसकी वजह से बाजार में आवाजाही बहुत कम रही। हाड़ कंपा देने वाली ठंड से लोग ही नहीं पशु-पक्षी भी परेशान हैं।