तराई में प्रदूषण फैला रहीं पांच चीनी मिलें
काशीपुर : तराई की फिजा में जहर घोल रहे स्टोन क्रशरों के बाद अब पांच चीनी मिलों पर प्रदूषण नियंत्रण व
काशीपुर : तराई की फिजा में जहर घोल रहे स्टोन क्रशरों के बाद अब पांच चीनी मिलों पर प्रदूषण नियंत्रण विभाग का डंडा चल गया है। विभाग ने जिले की पांचों चीनी मिलों को प्रदूषण फैलाने के आरोप में नोटिस भेजकर एक माह में जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर पांचों मिलों के खिलाफ बंदी की कार्रवाई की चेतावनी दी है।
हाल के दिनों में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने सहकारी चीनी मिल नादेही (जसपुर), सितारगंज और गदरपुर बाजपुर कोआपरेशन शुगर फैक्ट्री व किच्छा शुगर मिल का निरीक्षण किया था। इस दौरान टीम को मिलों में वायु प्रदूषण रोकने की वेटेस्क्रबर मशीन नदारद मिली। साथ ही सस्पेंड, पार्टक्यूलर, मेटर (एसपीएम) भी वहां मिला था। इसके अलावा प्रदूषण के अन्य मानकों पर भी मिलें खरी नहीं उतर रही हैं। इसके कारण आसपास के क्षेत्रों में 150 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक प्रदूषण हो रहा है। इससे क्षेत्र के लोगों में गंभीर बीमारियां उत्पन्न होने का खतरा भी मंडरा रहा है। टीम ने इसकी रिपोर्ट देहरादून मुख्यालय भेजी थी। इसके बाद हेडक्वाटर ने पांचों मिलों को नोटिस जारी कर एक माह के भीतर जवाब मांगा है। सही जवाब नहीं देने पर मिलों के खिलाफ बंदी की कार्रवाई तक हो सकती है।
===इंसेट===
किसानों को हो सकती है दिक्कत
काशीपुर : पेराई सत्र इस समय चरम पर चल रहा है। रोजाना लाखों टन गन्ना चीनी मिलों में पहुंच रहा है। पीसीबी के नोटिस का जवाब नहीं देने पर मिलों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई का असर किसानों पर भी पड़ सकता है। ऐसे में देखना यह होगा कि पीसीबी का डंडा चीनी मिलों पर चलता है या फिर उनकी मनमानी आगे भी जारी रहेगी।
===इंसेट===
'पूर्व में विभागीय टीम ने पांच चीनी मिलों का निरीक्षण किया था। मिलों में प्रदूषण के मानकों का उल्लंघन मिला। इसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गई थी। मुख्यालय स्तर से सभी मिलों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। कारण नहीं बता पाने वाले मिलों पर बंदी की कार्रवाई भी हो सकती है।'
-- एसपी सिंह, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी