सिडकुल फेज टू के अतिक्रमण पर गरजी जेसीबी
सितारगंज : सिडकुल फेज-टू को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए सोमवार को जेसीबी गरजी। इस दौरान टीम को भारी
सितारगंज : सिडकुल फेज-टू को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए सोमवार को जेसीबी गरजी। इस दौरान टीम को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अतिक्रमणकारियों ने तीन दिन में अतिक्रमण स्वयं हटाने का लिखित पत्र दिया है, जिस पर प्रशासन ने भी मोहलत दे दी।
सिडकुल फेज-टू में रजनी गंधा मसाला, क्रैच मसाला उत्पादक कंपनी धर्मपाल एंड सत्यपाल ने सिडकुल व प्रशासन को अवगत कराया था कि उसको आवंटित दो सौ एकड़ में कुछ भूमि पर दो रिहायशी झोपड़ी स्थापित हैं। एसडीएम ने अतिक्रमण हटाने के निर्देश जारी कर दिए। सोमवार को तहसीलदार आरसी गौतम, सिडकुल के क्षेत्रीय प्रबंधक ज्ञान प्रकाश दुर्गापाल पुलिस व राजस्व टीम के साथ प्रह्लाद पलसिया गांव पहुंचे। टीम को देखते ही वहां रिहायशी झोपड़ी डालकर रह रहे शिवपद राय, निरंजन विश्वास व अन्य परिवारों की महिलाओं ने तहसीलदार, पुलिस अधिकारियों से विरोध जताया और जेसीबी रोकने की कोशिश की। प्रशासन की उक्त भूमि एलाट किए जाने की बात पर तीखी झड़प हुई। टीम शिवपद राय के घर पर पहले झोपड़ी हटाने पहुंची तो उसकी पुत्री सुक्रीता विश्वास समेत अन्य महिलाओं की पुलिस कर्मियों से झड़प हो गई। धक्का-मुक्की की भी नौबत आ गई। इस बीच टीम ने परिवारों से स्वयं सामान हटाने को कहा। एसआई डीएस बिष्ट की पहल पर परिवार पांच दिन की मोहलत पर तैयार हो गए। बाद में तहसीलदार, सिडकुल अधिकारियों ने मोहलत दे दी। टीम में एसआई प्रमोद बेलवाल, सिडकुल के डीपी थापा, पटवारी राजकुमार समेत खासी तादात में रिर्जव पुलिस के जवान, पुलिस, राजस्व कर्मी मौजूद थे।
आधा दर्जन खेती तो दो ही परिवारों के घर मिले
सितारगंज : सिडकुल फेस-टू में सिडकुल की करीब दस एकड़ भूमि पर आधा दर्जन से अधिक परिवार खेती कर रहे थे। इसमें मात्र शिव पद राय व निरंजन प्रसाद ही रिहायशी झोपड़ी डालकर रह रहे थे। उनका कहना था कि वह तीस वर्षो से वहां रह रहे हैं। पहले बैगुल की बाढ़ का पानी वहां भर जाता था। दस-पंद्रह दिन पहले ही वह एसडीएम से मिले थे, उन्होंने उनको दूसरी जगह बसाने की मांग उठाई थी। बताया कि अनेक परिवारों खेती कर रहे हैं। जो बेहद गरीब हैं। इसमें साधन सरदार, दुलाल सरदार, खगेन सरदार, विनय कुमार, शिवपद राय, नीमल मंडल, दीपंकर सरदार, जयंत सरदार ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर सिडकुल व निर्मलनगर, सुरेंद्र नगर की सीमा विवाद उत्पन्न होने की बात उठा चुके थे। पटवारी राजकुमार ने कहा कि अनेक परिवारों को भूमि अलाट है। उनका अलाट भूमि पर भी कब्जा है। पूर्व में उक्त भूमि को देखा जा चुका है।