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डांट से क्षुब्ध किशोर फांसी पर झूला

By Edited By: Published: Sat, 20 Sep 2014 12:23 AM (IST)Updated: Sat, 20 Sep 2014 12:23 AM (IST)
डांट से क्षुब्ध किशोर फांसी पर झूला

किच्छा : डांट से क्षुब्ध होकर किशोर ने फांसी लगा जीवन लीला समाप्त कर ली। उसके इस कदम से परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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नितेश पुत्र तेजपाल उम्र 15 वर्ष निवासी बोरिंग गली शुक्रवार को घर पर अकेला था। उसकी मां बेटी को लेकर उसके स्कूल गई थी। छोटा भाई भी स्कूल गया था और पिता काम से गए थे। अपराह्न वह अचानक कमरे का दरवाजा बंद कर तेज आवाज में म्यूजिक चला दिया। बाद में चुन्नी का फंदा बना पंखे के कुंडे से लटक गया। नितेश का छोटा भाई हर्ष जब स्कूल से लौट कर घर आया तो दरवाजा अंदर से बंद देख उसने पड़ोस में रहने वाली चाची को बुलवाया। अंदर से दरवाजा बंद था और तेज आवाज में म्यूजिक बजता देख उन्होंने भी आवाज दी, लेकिन अंदर से कोई जवाब न सुन वह भी आशंकित हो गई। उन्होंने पड़ोस के लोगों को बुलवाया। जब जाली के अंदर झांडू की सीक डाल पर्दा हटाया तो उनके होश उड़ गए। अंदर नितेश फांसी पर लटका था। उन्होंने आनन फानन में जाली काट कुंडा खोला और नितेश को नीचे उतारा, लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुका था। उसी दौरान उसकी बहन और मां भी वहां पहुंच गई। नितेश को मृत देख घर में कोहराम मच गया। सूचना पर एसआइ मनोज कोठारी भी पहुंच गए। शव के पास से बरामद सुसाइड नोट व पेन उन्होंने अपने कब्जे में ले लिया। सुसाइड नोट में लिखा हुआ था कि मैं अपने मर्जी से यह कदम उठा रहा हूं। पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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भाई की मौत पर सहम गया हर्ष

किच्छा : बड़े भाई की मौत पर छोटा भाई हर्ष बुत बन गया था। जब वह घर पहुंचा तो उसे भी पता नहीं था कि वह अपने बड़े भाई से नहीं मिल पाएगा। घर में सबका रो-रो कर बुरा हाल था। हर्ष भी एक कोने में बुत की तरह खड़ा था। भाई की मौत मां के साथ ही बहन नेहा का भी बुरा हाल था।

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प्रैक्टिकल देने जाता तो बच जाती जान

किच्छा : नितेश ने कक्षा दस का प्राइवेट फार्म भरा था। शुक्रवार को उसका शांतिपुरी स्थित सेंट में प्रैक्टिकल भी था। वह अचानक गुरुवार को अपनी नानी के घर दिनेशपुर चला गया। शुक्रवार सुबह वह लौट आया, लेकिन वह शांतिपुरी प्रैक्टिकल देने नहीं गया। प्रैक्टिकल देने जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी।


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