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उजागर हुई निगम कर्मियों की करतूत

By Edited By: Published: Mon, 01 Sep 2014 01:03 AM (IST)Updated: Mon, 01 Sep 2014 01:03 AM (IST)
उजागर हुई निगम कर्मियों की करतूत

काशीपुर : हाथीखाना की करोड़ों की भूमि गंवाने के मामले में नगर निगम कर्मचारियों की करतूत सामने आ गई है। अफसर आरोपी कर्मचारियों को बचाने के लिए नोटिस को ढाल बनाते रहे। अब एमएनए डा. आशीष श्रीवास्तव ने सहायक नगर अधिकारी को पूरे मामले की जांच कर स्पष्ट आख्या देने के लिए निर्देशित किया है।

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हाथी खाना की भूमि का मुकदमा हारने के लिए ही निगम के कर्मचारियों द्वारा अभिलेख गायब किए गए हैं। इसमें निगम के नौ कर्मचारियों के ऊपर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। मगर नोटिस के नाम पर निगम कर्मचारी अफसरों को गुमराह करते रहे हैं। आरटीआइ कार्यकर्ता अनिल माहेश्वरी को दी गई सूचना के मुताबिक वर्ष 2012 में तत्कालीन ईओ ने कार्यालय अधीक्षक नवीन चंद्र जोशी सहित नौ लोगों को नोटिस जारी किए थे। जिसमें अभिलेखों के गुम होने के लिए इन कर्मचारियों को दोषी माना गया था। नोटिस के बाद आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई और किसी ने इसकी सुध नहीं ली। इसके बाद फरवरी 2014 में एमएनए ईवा सहाय ने भी सभी नौ कर्मचारियों को नोटिस दिया। यही नहीं सहायक नगर अधिकारी से स्पष्ट आख्या भी मांगी। इसी बीच उनका तबादला सीडीओ पद पर रुद्रपुर हो गया। जिसके बाद एसएनए पूरे मामले को दबा गए। उन्होंने न तो आख्या दी और न ही गुम अभिलेखों की तलाश का प्रयास किया। नतीजतन सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा हारने से निगम की करोड़ों की भूमि हाथ से निकल गई। एमएनए डा. श्रीवास्तव ने सहायक नगरअधिकारी को जारी नोटिस में माना है कि पूर्व में जारी किए गए नोटिसों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके चलते उन्होंने एमएनए से पूरे मामले की स्पष्ट आख्या मांगी है। साथ ही सभी अभिलेख भी मांगे हैं।

इनसेट

कर्मचारियों की रुक सकती पेंशन

नगर निगम को करोड़ों का चूना लगाने के सभी नौ आरोपी कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। चूंकि इन कर्मचारियों द्वारा अभिलेख गायब किए जाने में संलिप्तता सामने आई है। ऐसे में जांच रिपोर्ट के बाद नियमानुसार विभागीय कार्यवाई की जाएगी। जिसमें उनकी पेंशन भुगतान रोके जाने के साथ ही शासन स्तर पर भी कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।

इन्हें जारी हुआ था नोटिस

कर्मचारी पद

नवीन चंद्र जोशी कार्यालय अधीक्षक

ओमप्रकाश अरोरा कार्यलय अधीक्षक

त्रिलोक सिंह ठाकुर कार्यालय अधीक्षक

राजेंद्र मोहन मेहरोत्रा वरिष्ठ वाद लिपिक

कमल नयन शर्मा वरिष्ठ वाद लिपिक

प्रेम प्रकाश अरोरा वरिष्ठ वाद लिपिक

हृदेश कुमार शर्मा लिपिक

बालादत्त जोशी लेखाकार रिकार्ड कीपर

विनोद भटनागर वाद लिपिक

नोट : सभी कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं


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