निवाले पर आचार संहिता की बाधा
काशीपुर : कल तक जहां बच्चों की किलकारियां, हंसी-ठिठोली की आवाजें गूंजतीं थीं, आज वहां श्मशान सा सन्नाटा पसरा हुआ है। आफत बनकर टूटी आग ने पलक झपकते ही लोगों के सपनों को चूर कर दिया। निवाले के लिए भी तरस रहे लोगों की मदद को कोई राजनीतिक दल आगे नहीं आ रहा। वजह आचार संहिता है। हालांकि कुछ समाजसेवियों ने पीडि़तों के भोजन का फिलहाल इंतजाम कर दिया है, मगर सवाल वहीं पर है कि आखिर कब तक मिलेगी इनको इमदाद, अब सभी की नजरें प्रशासन पर टिकीं हैं।
अल्ली खां की काली बस्ती में रविवार को भीषण अग्निकांड ने तीन दर्जन झोपडि़यों व मकानों को राख कर दिया था। अग्निकांड पीडि़तों के मुताबिक उन्होंने जली झोपडि़यों की राख व सामान हटाकर खुले आसमान के नीचे रात गुजारी। कुछ लोगों ने रिश्तेदारों के यहां शरण ली। मोहल्लेवालों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने धन एकत्र कर पीड़ितों के लिए भोजन का प्रबंध किया। प्रशासन की ओर से 2700 रुपये प्रति परिवार को मुआवजा दिया जा रहा है, मगर लोगों के सामने इतने रुपये में घर बनाने की बड़ी चुनौती है। इस बीच, आचार संहिता के भय से राज्य सरकार के प्रतिनिधि और जनप्रतिनिधि उनसे दूरी बनाए हुए हैं।
साहब, सबकुछ खत्म हो गया
अग्निकांड की भेंट चढ़े घरों में चार परिवार ऐसे भी थे, जिनके बेटा या बेटी का रिश्ता तय हो चुका था। दान-दहेज के लिए सारा सामान भी एकत्र कर लिया था। उन्हीं में शाहिदा भी एक है, जिसकी बेटी गुलशन का अगले माह निकाह होना है, मगर शादी का सारा सामान राख के ढेर में तब्दील हो चुका है। उसकी माली हालत भी बहुत खराब है। उनकी सुध लेने पहुंच रहे लोगों को जला सामान दिखा कर दुखी मन से कह रही है कि साहब एक पल में सब कुछ राख हो गया।
विधायक चीमा ने जाना पीडि़तों का हाल
विधायक हरभजन सिंह चीमा सोमवार को अग्निकांड प्रभावितों का हाल जानने काली बस्ती पहुंचे। उन्हें देखते ही लोगों ने उनके घर बनाने की मांग शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि फिलहाल आचार-संहिता के कारण वह कोई घोषणा करने में असमर्थ हैं। आश्वासन दिया कि अधिकारियों के वार्ता कर पीडि़तों को सहायता की मांग रखेंगे। आचार संहिता खत्म होने के बाद काली बस्ती के विकास की योजना बनाएंगे।
पीड़ितों को 21-21 सौ देने की घोषणा
हिंद माइनॉरिटी वेलफेयर ट्रस्ट ने अग्निकांड पीड़ितों को 21-21 सौ रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। ट्रस्ट संस्थापक हाजी मो. यामीन सिद्दीकी, डॉ. मो. हसन, मो. जावेद, आरिफ खान, मो. मुस्तकीम ने मौका-मुआयना उधर, लक्ष्य सोसाइटी अध्यक्ष सचिन नाडिग की अध्यक्षता में पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसमें पीडि़तों को यथा शीघ्र मुआवजा दिलवाने की मांग उठी। सचिव सौरभ चतुर्वेदी, सुमित शर्मा, देशबंधु, राजेंद्र बिष्ट, गौरव पांडे, वीरेंद्र शर्मा मौजूद थे।
एडीएम ने पूछा पीडि़तों का हाल
काली बस्ती के लोगों का हाल जानने एडीएम आशीष भटगई भी पहुंचे। उन्होंने पीडि़तों ढांढ़स बंधाने के साथ आश्वासन दिया कि प्रशासन उनकी पूरी मदद करेगा। एसडीएम डा. आशीष श्रीवास्तव ने बताया के लिए भोजन का प्रतिदिन इंतजाम कराया जा रहा है। फिलहाल उन्हें बारातघर में जगह दी गई है।