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चार युवकों ने मांगी थी डाक्टर से रंगदारी

By Edited By: Published: Mon, 24 Feb 2014 06:34 PM (IST)Updated: Mon, 24 Feb 2014 06:35 PM (IST)
चार युवकों ने मांगी थी डाक्टर से रंगदारी

खटीमा : डाक्टर से रंगदारी मांगने वाले आखिरकार आठ दिन बाद एसओजी के हत्थे चढ़ गए। एक ही क्षेत्र के रहने वाले सभी चारों युवक पहले एक पेट्रोल पंप मालिक से फिरौती मांग चुके हैं। एसओजी ने उनके कब्जे से तीन तमंचे, पांच कारतूस, मोबाइल, सिम व दो मोटर साइकिलें बरामद की हैं। पुलिस के खुलासे के बाद चिकित्सक के साथ शहरवासियों ने राहत की सांस ली है। पकड़े गए युवक आपस में गहरे दोस्त हैं, जिनमें एक पालीटेक्निक छात्र भी है।

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सौरभ अस्पताल के प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सिंह खड़ायत के मोबाइल पर आठ दिन पूर्व किसी ने फोन कर 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। फिर आरोपी ने एसएमएस भेज रकम न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की तो आरोपी ने उसी नंबर से चार बार डा. खड़ायत को धमकी दी। इससे चिकित्सक परिवार परेशान हो गया। पुलिस के लिए भी यह मामला सिरदर्द बन गया। सीओ रामेश्वर डिमरी ने मामला एसओजी को सौंप दिया। साथ ही पुलिस की छह टीमें गठित कर दीं, जो जांच में जुट गई। उसी बीच एसओजी ने मोबाइल पर धमकी देने वाले की लोकेशन ट्रेस की तो वह मझोला गिधौर में निकली। एसओजी ने घेराबंदी कर ली। टीम को दो बाइकों पर सवार चार युवक आते दिखाई दिए। उन्हें रोकने की कोशिश की गई तो वे भागने लगे। कुछ ही दूर पर उन्हें दबोच लिया गया। तलाशी लेने पर उनके पास दो तमंचे, एक पिस्टल व पांच जिंदा कारतूस मिले। पुलिस उन्हें कोतवाली ले गई। वहां उनसे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। बताया कि उन्होंने ही डा. प्रेम को फिरौती के लिए फोन किया था और रकम न मिलने पर जान से मारने की धमकी दी थी। उन्होंने कुबूल किया कि वे पहले भी नगर के एक पेट्रोल पंप मालिक से फिरौती मांग चुके हैं। सीओ डिमरी ने बताया कि पकड़े गए युवकों में लोहियाहेड नहर पार का दिवान सिंह परिहार के कब्जे से 315 का तमंचा व दो जिंदा कारतूस, लोहियाहेड के सुमित थापा उर्फ चिंपू के पास से धमकी देने वाला सिम व मोबाइल, नगरा के मुकेश भट्ट उर्फ भट्टजी के पास से 32 बोर की पिस्टल व दो जिंदा कारतूस तथा चौड़ापानी के भूपेंद्र सिंह उर्फ भूप्पी के पास से 315 का तमंचा व कारतूस बरामद हुआ। उन्होंने बताया कि चारों आरोपी कम उम्र के हैं। इस कांड का मास्टरमाइंड सुमित थापा है, जो फर्जी आइडी से सिम निकालता था। टीम में एसओजी के एसआइ हरेंद्र कुमार, विकास चौधरी, महेंद्र डंगवाल, प्रकाश भगत, बाजार चौकी प्रभारी नरेशपाल सिंह, दिनेश फत्र्याल, देशराज, संजय कुमार, सुरेश सिंह शामिल रहे।

गलत आइडी से खरीदा था सिम

डाक्टर को जिस नंबर से धमकी दी गई थी, वह जौलजीवी पिथौरागढ़ की एक महिला के नाम से पीलीभीत से खरीदा गया था। उसकी आइडी भी गलत लगाई गई थी। इसका खुलासा एसओजी की पूछताछ में हुआ।

आरोपियों की आवाज का होगा परीक्षण

एसएसपी के निर्देश पर आरोपियों की आवाज का परीक्षण भी कराया जाएगा। सीओ रामेश्वर डिमरी ने बताया कि आरोपी युवकों की आवाज व डाक्टर के पास आई काल का परीक्षण कराया जाएगा, ताकि अदालत में साक्ष्य मजबूती से पेश किए जा सकें।

आखिर कहां से आए अवैध हथियार

चिकित्सक से रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों के पास से दो तमंचे व एक पिस्टल बरामद हुई। आखिर वे इन्हें कहां से लेकर आए, इस पर पुलिस खामोश है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। चर्चा है कि कहीं ये हथियार सीमा पार से तस्करी के जरिये तो नहीं लाए गए। फिलहाल, पुलिस अफसर इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे पा रहे हैं।


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