डेढ़ दर्जन से ज्यादा मार्ग क्षतिग्रस्त
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: जिले में डेढ़ दर्जन से ज्यादा मार्ग क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों को आवाजाही
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: जिले में डेढ़ दर्जन से ज्यादा मार्ग क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश से अब तक आठ भवन पूर्ण रूप से जबकि 75 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
मई माह से अब तक बारिश से नैनबाग व देवप्रयाग प्रखंड में सबसे ज्यादा भवन क्षतिग्रस्त हुए। घनसाली के नैलचामी गदेरे में उफनते गदेरे में बहने से एक किशोर की मौत हुई। इसके अलावा 12 मवेशियों की अब तक मौत हो चुकी है। कीर्तिनगर के कोठार गांव में चार परिवारों के मकान क्षतिग्रस्त होने से वह अन्यत्र शरण लिए हुए हैं। कुछ जगह तो ऐसी थी, जहां पर लोगों ने खतरे को भांपते हुए पहले ही मकान खाली कर दिए थे अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। टिहरी-देहरादून की सीमा पर लगे सीतापुर में बाढ़ के कारण पांच मकान क्षतिग्रस्त हुए। यहां एक दर्जन परिवारों ने स्कूल में शरण ले रखी है। बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन से दो दर्जन मकान भी खतरे की जद में हैं, जिससे इन लोगों में भय बना हुआ है। हालांकि जहां भवन आदि का नुकसान हुआ है वहां पर पटवारी की ओर से मौका मुआयना किया जा चुका है। प्रभावित ग्रामीण अब दुआ कर रहे हैं कि और बारिश न हो।
- जहां पर भवन पूर्ण या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, वहां पटवारी को मौका मुआयना के लिए भेजा गया है। पीड़ित परिवारों रिपोर्ट के अनुसार पैसा भी वितरित किया जा रहा है।
डॉ. शिव कुमार बरनवाल
अपर जिलाधिकारी टिहरी