पांच साल बाद सुरकंडा रोपवे का निर्माण शुरू
जागरण संवाददाता,नई टिहरी: पांच साल के इंतजार के बाद सुरकंडा रोपवे का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। ज
जागरण संवाददाता,नई टिहरी: पांच साल के इंतजार के बाद सुरकंडा रोपवे का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जिले के प्रमुख सिद्धपीठ सुरकंडा माता मंदिर के लिए डेढ़ किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। लेकिन रोपवे बनने के बाद महज पांच मिनट में ही मंदिर तक पहुंचा जा सकेगा। माना जा रहा है कि डेढ़ साल में रोपवे का काम पूरा हो जाएगा। 2012 से यह प्रोजेक्ट शुरू किया गया था, लेकिन वन अधिनियम के चलते काम शुरू नहीं हो पाया था।
इस प्रमुख सिद्धपीठ में प्रस्तावित रोपवे का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था। पिछले साल फारेस्ट क्लीयरेंस मिलने के बाद इसी माह से सुरकंडा रोपवे का निर्माण शुरू हो गया है। चंबा से 25 किमी दूर मसूरी रोड पर कद्दूखाल से इस मंदिर तक पहुंचने के लिए एकमात्र मार्ग पैदल खड़ी चढ़ाई है। यदि रोपवे बनकर तैयार हो जाता है तो मंदिर तक जाने के लिए काफी आसानी हो जाएगी।
दिल्ली की कंपनी रोपवे का निर्माण कर रही है। इस प्रोजेक्ट के लिए 15 करोड़ का बजट है। जनवरी 2019 में इस काम के पूरा होने की तिथि निर्धारित की गई है। रोपवे निर्माण कर रही कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर अनिल कुमार शर्मा का कहना है कि काम तेजी से किया जा रहा है। उम्मीद है कि हम निर्धारित तिथि तक काम पूरा कर लेंगे।
टिहरी के जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा का कहना है कि इस रोपवे के बनने से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
बिना जेसीबी नहीं पहुंचने से आ रही दिक्कत
निर्माण कंपनी को कद्दूखाल से ऊपर घोड़ापड़ाव में रोपवे का टर्मिनल बनाना है। यहां पर समतलीकरण के लिए जेसीबी की जरूरत पड़ रही है। लेकिन वहां सड़क न होने के कारण कंपनी की जेसीबी नहीं जा पा रही है। कंपनी ने वन विभाग से जेसीबी ले जाने के लिए कच्ची सड़क बनाने की अनुमति मांगी है। हालांकि अभी तक अनुमति नहीं मिली है।