अव्यवस्थाएं देख चढ़ा सीएमओ का पारा
जागरण संवाददाता, नई टिहरी : दैनिक जागरण समाचार पत्र में खबर प्रकाशित होने के बाद सीएमओ डॉ. अर्जुन ¨स
जागरण संवाददाता, नई टिहरी : दैनिक जागरण समाचार पत्र में खबर प्रकाशित होने के बाद सीएमओ डॉ. अर्जुन ¨सह सेंगर शुक्रवार सुबह जिला अस्पताल पहुंचे। इस दौरान न तो उन्हें डॉक्टर और स्टाफ यूनिफार्म में मिले और न ही बोर्ड पर उपलब्ध दवाओं की सूची चस्पा मिली। इस पर उनका पारा चढ़ गया। इस दौरान बातचीत में मरीजों ने भी अव्यवस्थाओं की शिकायत की।
दैनिक जागरण ने 24 मार्च के अंक में जिला अस्पताल की बदहाली के संबंध में खबर प्रकाशित की थी। खबर के बाद सीएमओ डॉ.अर्जुन ¨सह सेंगर ने जिला अस्पताल में छापा मारा। इस दौरान अस्पताल में कई अव्यवस्थाएं मिली। मरीजों ने शिकायत की कि उन्हें अस्पताल से दवा नहीं दी जा रही है। डॉक्टर बाहर की दवाएं लिख रहे हैं। कई कर्मचारी भी ड्यूटी यूनिफार्म में नहीं थे। वहीं मरीजों के पर्चे पर भी डाक्टरों की मोहर नहीं लगी थी जिस पर सीएमओ का पारा चढ़ गया। सीएमओ ने कहा कि उन्हें काफी दिन से अस्पताल की शिकायतें मिल रही थी। अस्पताल में कोई भी दवा खत्म हो तो उसकी सूचना सीधे सीएमएस ए त्रिपाठी को दी जाए। साथ ही अस्पताल में उपलब्ध दवा और अनुपलब्ध दवाओं की सूची बोर्ड पर चस्पा की जाए। डॉक्टर बाहर की दवाएं न लिखें। उन्होंने सीएमएस को निर्देश दिए कि सभी डाक्टर और कर्मचारी ड्यूटी के समय यूनिफार्म में रहें और नेम प्लेट लगाएं। मरीजों के पर्चे पर मोहर लगाएं, साथ ही पर्चे पर ओपीडी काउंटर से डाक्टरों के कक्ष नंबर अनिवार्य रूप से डाले जाएं। सीएमओ ने एक्सरे कक्ष और फिजियोथेरेपी कक्ष का मुआयना भी किया। निर्देश दिए कि एक्सरे कक्ष में कर्मचारी ड्यूटी टाइम में बाहर न जाएं। अगर कोई इमरजेंसी है तो किसी भी समय एक्सरे कराया जाए।
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जिला अस्पताल में कई अव्यवस्थाएं मिली हैं। सीएमएस को व्यवस्थाएं सही करने के निर्देश दिए हैं। अगर इसमें सुधार नहीं हुआ तो लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. अर्जुन ¨सह सेंगर, सीएमओ टिहरी गढ़वाल
महिला पुरुष की लगेगी अलग लाइन
सीएमओ ने औचक निरीक्षण के दौरान देखा कि फिजीशियन अमित राय के कक्ष के बाहर भीड़ लगी हुई थी जिसके चलते महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस पर सीएमओ ने सीएमएस को निर्देश दिए कि सभी डॉक्टरों की ओपीडी में महिलाओं और पुरुषों की अलग-अलग लाइन लगाई जाए ताकि महिलाओं को परेशानी का सामना न करना पड़े।