आर्मी बेस कैंप की तरह काम करेगी एनसीसी अकादमी
अनुराग उनियाल, नई टिहरी चीन सीमा से सटे उत्तराखंड में एनसीसी अकादमी खोलना सामरिक लिहाज से भी बेहद
अनुराग उनियाल, नई टिहरी
चीन सीमा से सटे उत्तराखंड में एनसीसी अकादमी खोलना सामरिक लिहाज से भी बेहद अहम है। इस अकादमी में भारतीय सैन्य अकामदी की तर्ज पर कैडेट को सैन्य प्रशिक्षण के साथ-साथ युद्ध कौशल का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। सैन्य अधिकारियों की मानें तो यह अकादमी सेना के बेस कैंप का भी काम करेगी। अभी तक जम्मू और रोपड़ में एनसीसी अकादमी खुल चुकी है। उत्तराखंड के टिहरी जिले में यह तीसरी अकादमी खोली गई है।
टिहरी जिले में देश की तीसरी एनसीसी अकादमी खुलने से चीन सीमा से सटे उत्तराखंड में भारतीय सेना को एक बेस कैंप भी मिल सकेगा। केंद्र सरकार देश की सरहदों की सुरक्षा और निगहबानी के लिए बार्डर मैनेजमेंट पर पिछले एक साल से काम कर रही है। पिछले साल टिहरी आए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने भी बार्डर मैनेजमेंट पर ध्यान देने की बात कही थी। अब प्रदेश में पहली एनसीसी अकादमी खोलने के पीछे भी बार्डर मैनेजमेंट ही अहम वजह है। उत्तराखंड राज्य की सीमा का बड़ा हिस्सा नेपाल और चीन सीमा से सटा है। ऐसे में यहां पर सीमाओं की सुरक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय खासा गंभीर है। अकादमी का शिलान्यास करने के पहुंचे मेजर जनरल सी मणि ने दैनिक जागरण से विशेष वार्ता में कहा कि अकादमी में सैन्य प्रशिक्षण के साथ युद्ध कौशल भी युवाओं को सिखाया जाएगा। हर तरह के सैन्य हथियार और उपकरणों को यहां पर रखकर सैन्य अधिकारी कैडेट को प्रशिक्षण देंगे। यहां पर पूरे वर्ष भर सैन्य अधिकारी युवाओं को को प्रशिक्षण देंगे। वहीं सेना के विशेषज्ञ यहां पर स्थाई रूप से तैनात किए जाएंगे। पूरे साल में कैंप लगने के अलावा एनसीसी अधिकारियों को भी यहां पर तैयार किया जाएगा।