रज्जुमार्ग से यात्रियों को मिलेगी सुविधा: सीएम
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को धनोल्टी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बहुप
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को धनोल्टी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बहुप्रतीक्षित कद्दूखाल-सुरकंडा मंदिर तक 13 करोड़ की लागत से बनने वाले रज्जुमार्ग का शिलान्यास किया। कहा कि इस रज्जुमार्ग के बनने से श्रद्धालुओं को सिद्धपीठ तक पहुंचने में सुविधा मिलेगी इससे पर्यटन व्यवसाय भी बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहन देने की दिशा में गंभीरता से कार्य कर रही है, जिससे लोगों की आमदनी में वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 1200 से अधिक होम स्टे सेंटर का पंजीकरण किया जा चुका है और भविष्य में इनकी संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। रावत ने कहा कि सुरकंडा मंदिर तक रज्जुमार्ग बनने से घोड़ा-खच्चर संचालकों की आजीविका सुनिश्चित होगी, ताकि उन्हें कोई आर्थिक नुकसान न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन ग्रामीणों की जमीन इस रोपवे बनाने के उपयोग में लाई जाएगी, उनके रोजगार के लिए सराय बनाई जाएगी, जहां वह अपना व्यवसाय कर सकेंगे। कहा कि इस प्रकार के चार रोपवे बनाए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने रज्जुमार्ग को ग्रामीण आर्थिकी से जोड़ने के लिए रोपवे कारपोरेशन का गठन किया है। पर्वतीय क्षेत्रों के दुर्गम स्थानों पर आने-जाने और पैदावार को बाजार तक पहुंचाने के लिए रोपवे महत्वपूर्ण संसाधन बन सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के बाद उत्तराखंड के सभी पर्यटक स्थलों में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है। इस बार 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा की, जिसे 2018 में तीस से चालीस लाख तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। कहा कि शीघ्र ही देहरादून-मसूरी रोपवे पर कार्य शुरू होगा। मुख्यमंत्री ने राइंका छापराधार भवन के लिए 15 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने नागेंद्र दत्त सकलानी के नाम से महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। इसके अलावा कद्दूखाली से कुमाल्डा तक सड़क के विस्तारीकरण के साथ ही 2016-17 में आनंद चौक, बनाली पेयजल योजना की स्वीकृति दिलाने जाने की घोषणा की।
पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने कहा कि पर्यटन के नए-नए क्षेत्रों को विकसित करने के लिए सरकार कार्य कर रही ताकि यहां की आर्थिकी में सुधार भी हो और पलायन भी रूक सके। इस मौके पर मसूरी के नगरपालिका अध्यक्ष मनमोहन सिंह मल, जिपं सदस्य अखिलेश उनियाल, ब्लाक प्रमुख कुंवर सिंह पंवार, पूर्व ब्लाक प्रमुख सोमवारीलाल उनियाल, मीरा सकलानी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष शांति प्रसाद भट्ट, भगवान चंद रमोला आदि मौजूद थे।
ग्रामीणों ने जताया विरोध
सकलाना क्षेत्र के ग्रामीणों ने ठांगधार में बुधवार को सुरकंडा पेयजल पंपिंग योजना के प्रस्तावित शिलान्यास को लेकर मुख्यमंत्री के सामने विरोध जताया। उन्होंने कहा कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए, जहां से पानी को लिफ्ट होना है, वहीं योजना का शिलान्यास होना चाहिए।