आंदोलन ने ले ली आशा कार्यकत्री की जान
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: मानदेय की मांग को लेकर धरने पर बैठी आशा कार्यकत्री की स्वास्थ्य बिगड़ने से मौ
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: मानदेय की मांग को लेकर धरने पर बैठी आशा कार्यकत्री की स्वास्थ्य बिगड़ने से मौत हो गई।
आशा संगठन की अध्यक्ष आशा भट्ट ने बताया कि आशा कार्यकत्री बुद्धि देवी (38) पत्नी गोंविद सिंह निवासी डुंडा, जौनपुर भी शुरूआत से धरने में सक्रिय रही। वह काफी समय से अस्वस्थ थी। धरने पर बैठने से उनका स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ गया और 28 जुलाई को उनकी मौत हो गई। उनके निधन से आशा कार्यकत्रियों में शोक है। उनकी दो लड़की व एक लड़का है जो अभी नाबालिग हैं। वहीं मानदेय की मांग को लेकर आशा कार्यकत्रियों का कलक्ट्रेट प्रांगण में धरना सत्रहवें दिन भी जारी रहा। धरना देने वालों में संगठन की जिलाध्यक्ष आशा भट्ट, सरिता देवी, सावित्री देशी, गीता बहुगुणा, सुषमा रावत, ममता पुंडीर, मीना थपलियाल, सविता सेमवाल, कमला भंडारी, उषा तड़ियाल आदि शामिल थे। वहीं आंदोलन को पूर्व प्रमुख खेम सिंह चौहान, अनुसूया नौटियाल आदि ने समर्थन दिया है।