डांडाचली को नहीं लगे 'पर'
मधुसूदन बहुगुणा, नई टिहरी जिला मुख्यालय से समीपवर्ती डांडाचली खूबसूरत पर्यटक स्थल तो है,लेकिन सुवि
मधुसूदन बहुगुणा, नई टिहरी
जिला मुख्यालय से समीपवर्ती डांडाचली खूबसूरत पर्यटक स्थल तो है,लेकिन सुविधाओं का अभाव में पर्यटक एक बार यहां आने के बाद दोबारा नहीं आते।
टिहरी जिले में मास्टर प्लान से बना नई शहर खुद में पर्यटकों को आकर्षित करता साथ ही 42 किमी. लम्बी टिहरी झील और धनोल्टी जैसे पर्यटक स्थल पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं, लेकिन देवदार के घने जंगलों के बीच डांडाचली पर्यटक स्थल भी कम खूबसूरत नहीं है। यहां पर आजकल हर दिन डेढ़ सौ तक पर्यटक पहुंच रहे हैं। खास बात यह है कि जिले के अन्य पर्यटक स्थलों के बजाये यहां पर ट्रेकिंग भी किया जाता है। इसका अपना अलग ही आनंद है। क्योंकि मैदान में गर्मी के बाद भी यहां इस समय कड़ाके की ठंड है। पर्यटकों के रूझान को देखते हुए यहां पर स्थानीय लोगों ने छोटे-छोटे हट्स भी बना बना रखे हैं, लेकिन अभी तक इस पर्यटक स्थल को धनोल्टी की भांति इको पार्क के रूप में विकसित नहीं किया जा सका है। जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी की दूरी पर स्थित यह स्थान पर्यटन के लिहाज से तो महत्वपूर्ण है। यहां यहां पर जहां ट्रेकिंग का आनंद लिया जा सकता है। वहीं चारों ओर सुंदर पर्वत श्रृंखला भी दिखाई देती है, लेकिन यहां पर बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए उनके अनुसार न तो खाने की ही सुविधा नहीं है। पर्यटक यहां पर दिनभर सैर-सपाटे व ट्रेकिंग के बाद रहने के लिए वापस काणाताल व धनोल्टी व मसूरी को चले जाते हैं अधिकतर पर्यटक स्थल।
- यह सुविधाएं नहीं हैं
- यात्रियों के बैठने के लिए जगह नहीं बनाई गई
- पार्किंग की नहीं ठोस सुविधा नहीं।
- कूड़े के निस्तारण की व्यवस्था नहीं
- एटीम की सुविधा नहीं।
- फोटो 27एनडब्ल्यूटीपी 4 नई टिहरी का समीपवर्ती पर्यटक स्थल डांडाचली । जागरण