वार्ता के बाद ग्रामीणों ने समाप्त किया अनशन
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: विस्थापन की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से पुनर्वास कार्यालय के बाहर अनशन प
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: विस्थापन की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से पुनर्वास कार्यालय के बाहर अनशन पर बैठे नंदगांव के ग्रामीणों ने पुनर्वास निदेशक की अध्यक्षता में हुई वार्ता के बाद अनशन समाप्त कर दिया है।
विस्थापन की मांग को लेकर नंदगांव के ग्रामीण 20 नवंबर से पुनर्वास कार्यालय के बाहर अनशन पर बैठ गए थे। इस दौरान ग्रामीणों की अधिकारियों से वार्ता हुई लेकिन कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने अनशन जारी रखा। रविवार सायं पुनर्वास निदेशक ज्योति नीरज खैरवाल की अध्यक्षता में अधीक्षण अभियंता अवस्थापना मंडल (पुनर्वास) व अधिशासी अभियंता अवस्थापना पुनर्वास खंड नई टिहरी की मौजूदगी में ग्रामीणों से वार्ता हुई। इस दौरान सहमति बनी कि पुनर्वास की विभिन्न समस्याओं के निराकरण को 23 नवंबर को शासन स्तर पर समीक्षा बैठक व 26 नवंबर को ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार स्तर पर बैठक की जाएगी। इसमें टीएचडीसी के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। बैठक में पुनर्वास संबंधी बिंदुओं पर सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा। बैठक में भूमि का न्यूनतम प्रतिकर बढ़ाए जाने, निजी भूमि क्रय करने के उपरांत विकसित कर विस्थापितों को आवंटित किए जाने व खानपुर व हरिद्वार स्थित वन भूमि के हस्तांतरण पर विचार किया जाना प्रस्तावित है। वार्ता के बाद संघर्ष समिति के अध्यक्ष सोहन सिंह राणा, विक्रम सिंह, शैला देवी व रूसना देवी ने अपना अनशन समाप्त कर दिया। संघर्ष समिति के अध्यक्ष सोहन सिंह राणा ने कहा कि यदि एक माह के भीतर उक्त बिंदुओं पर अमल नहीं किया गया तो ग्रामीण पुन: आंदोलन को बाध्य होंगे। वार्ता में अधीक्षण अभियंता पुनर्वास आरआर भट्ट, अधिशासी अभियंता पुनर्वास डीके सिंह, ग्रामीण दुर्गा सिंह, जगदीश सेमवाल, विक्रम सिंह, मुकेश पंवार साका देवी, शैला देवी आदि शामिल थे।