डीसीबी में दो लाख का घोटाला
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: जिला सहकारी बैंक की कांडीखाल शाखा में फर्जी दस्तावेजों के सहारे कर्ज लेने
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: जिला सहकारी बैंक की कांडीखाल शाखा में फर्जी दस्तावेजों के सहारे कर्ज लेने का मामला सामने आया है। बैंक प्रबंधन ने मामले को दबाने की नीयत से एक ऐसी महिला के नाम नोटिस जारी कर दिया, जिसका गांव में अता-पता ही नहीं था। हैरानी की बात यह है कि महिला के न मिलने पर अब बैंक ने एक ऐसे व्यक्ति को नोटिस थमाया है, जिसका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। हैरत की बात ये है कि यह व्यक्ति पिछले 17 साल से गांव में गया ही नहीं है।
ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए खोले गए जिला सहकारी बैंक में घपलों का सिलसिला थम नहीं रहा है। देवप्रयाग ब्लॉक की कांडीखाल स्थित जिला सहकारी बैंक शाखा ने इसी वर्ष 15 जनवरी को मछियारी निवासी सुरेश को नोटिस थमा दिया। नोटिस में कहा गया था कि उनकी पत्नी कलावती ने वर्ष 2006 में स्वयं सहायता समूह के तहत दो लाख रुपये का कर्ज लिया था, जो जमा नहीं कराया गया है। ऐसे में अब ब्याज सहित दो लाख 58 हजार 480 का भुगतान किया जाए नहीं तो वसूली की कार्यवाही की जाएगी।
नोटिस मिलने पर सुरेश के पैरों तले जमीन खिसक गई। हैरत की बात ये है कि सुरेश की पत्नी का नाम कलावती है ही नहीं और न ही गांव में कोई कलावती नाम की महिला है। सुरेश की पत्नी का नाम चंद्रकला है। लेकिन बैंक प्रबंधन ने अपना घोटाला छिपाने के लिए सुरेश को ही नोटिस थमा दिया। उसके बाद सुरेश ने बैंक प्रबंधक को एक नोटिस देकर कहा कि उसने कोई कर्ज नहीं लिया है। लेकिन अभी तक नोटिस का जवाब नहीं आया है।
पिछले साल हुआ था सवा करोड़ का घोटाला
पिछले साल सहकारी बैंक नई टिहरी मुख्य शाखा में कैशियर ने डिप्टी मैनेजर के पासवर्ड की मदद से एक करोड़ 26 लाख रुपये निकाल लिए थे। मामले की जानकारी मिलने के बाद आरोपी से मात्र 86 लाख वसूले जा सके। बाद में दबाव पड़ने के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया।
कर्ज समिति को दिया गया था। कलावती नाम की कोई महिला नहीं मिली है। इस मामले की जांच हो चुकी है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
दिनेश कुमार रावत, प्रबंधक, जिला सहकारी बैंक कांडीखाल