खेल मैदान को तरस रहा एसआरटी परिसर
संवाद सहयोगी, नई टिहरी : स्वामी रामतीर्थ परिसर बादशाहीथौल वर्षो से खेल मैदान के लिए जूझ रहा है। महाव
संवाद सहयोगी, नई टिहरी : स्वामी रामतीर्थ परिसर बादशाहीथौल वर्षो से खेल मैदान के लिए जूझ रहा है। महाविद्यालय का परिसर तो भारी भरकम है, लेकिन यहां खेल के लिए मैदान नहीं है। परिसर में खेल मैदान न होने के कारण यहां खेल गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। खेल मैदान की कमी के चलते परिसर को दूसरों के प्रांगण पर निर्भर रहना पड़ता है। साथ ही परिसर को भी खेलों के आयोजन में परेशानी होती है।
पुरानी टिहरी शहर डूबने के साथ ही इस परिसर को बादशाहीथौल में स्थापित कर दिया गया था। उस वक्त भारी भरकम भवन तो बना दिया गया, लेकिन भवन बनाते समय खेल मैदान का ध्यान नहीं रखा गया। इसके कारण परिसर को अन्य मैदान पर निर्भर रहना पड़ता है। बड़ी प्रतियोगिताओं क्रिकेट, एथलेटिक्स आदि के आयोजन में परिसर को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। परिसर के समीप ही गांव वालों की जमीन पर ही किसी तरह खेलों का आयोजन होता है। मैदान के अभाव में छात्र अभ्यास भी नहीं कर पाते हैं। परिसर में खेल मैदान को लेकर कई बार छात्र नेताओं ने आंदोलन भी किए थे, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है। परिसर के समीप ही ग्रामीणों की भूमि है, लेकिन उसे लेकर भी सहमति नहीं बन पाई है। इसके कारण परिसर में वर्षो से मैदान का अभाव बना हुआ है।
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एसआरटी परिसर लंबे समय से खेल मैदान की कमी से जूझ रहा है। इसके लिए कई बार छात्रों ने संघर्ष भी किया, लेकिन अभी तक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। कुछ ग्रामीणों में जगह को लेकर भी सहमति नहीं बन रही है।
शक्ति जोशी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष बादशाहीथौल
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प्रांगण किसी ग्रामीण का है इस पर जगह को लेकर अभी विवाद चल रहा है। इसके कारण खेल मैदान में बनने में विलंब हो रहा है।
आरसी रमोला, निदेशक, एसआरटी परिसर बादशाहीथौल