क्रशर में पत्थर भंडारण से भड़के ग्रामीण
संवाद सूत्र, कीर्तिनगर: मलेथा में स्टोन क्रशर का मामला फिर गर्मा गया है। ग्रामीणों ने स्टोन क्रशर म
संवाद सूत्र, कीर्तिनगर: मलेथा में स्टोन क्रशर का मामला फिर गर्मा गया है। ग्रामीणों ने स्टोन क्रशर में किए जा रहे पत्थरों के भंडारण के विरोध में मलेथा तिराहे पर प्रदर्शन व धरना देकर विरोध जताया। इस दौरान ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन भी दिया।
शुक्रवार को मलेथा तिराह पर आयोजित धरना स्थल पर ग्रामीणों का कहना था कि जब क्रशर निरस्त हो गए है तो क्रशर में पत्थरों का भंडारण क्यों किया जा रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र क्रशर प्लांट में पत्थरों का भंडारण बंद नही किया गया तो ग्रामीणों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। ग्रामीणों ने ज्ञापन उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिला अधिकारी को भेजा गया। दूसरी ओर ग्राम प्रधान के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने आए प्रतिनिधि मंडल को उपजिला अधिकारी दीपेन्द्र सिंह नेगी ने स्पष्ट कहा कि इस मामले में क्रशर मालिक के पास भंडारण की विधिवत अनुमति है किंतु अगर मानकों के अनुरूप भंडारण नही किया गया है तो उसकी जांच की जाएगी। उन्होंनें कहा कि क्रशर मालिक के पास पत्थर भंडारण के साथ ही क्रशर लगाने की अनुमति है, लेकिन अभी उसे संचालन की अनुमति नही मिली है। धरना प्रदर्शन करने वालों में प्रधान शुरवीर सिंह बिष्ट,रघुबीर सिंह,सत्यानारायण सेमवाल, दलपतराम तिवाड़ी,समीर रतूड़ी,जगतम्बा प्रसाद रतूड़ी,खेम सिंह चौहान,देव सिंह नेगी,दिनेश भट्ट,उत्तम सिंह राणा,भूपत सिंह राणा,बिमला देवी,गुड्डी देवी,रूपा देवी,रेखा देवी,लक्ष्मी देवी,विजय लक्ष्मी, सुशीला देवी,हेमन्ती,अंजू,रामेश्वरी,मधु आदि मौजूद थे।
पहले भी हुआ आंदोलन
मलेथा में पांच स्टोन क्रशर के विरोध में ग्रामीणों ने इस वर्ष अगस्त माह में व्यापक आंदोलन किया था। प्रशासन ने ग्रामीणों को काफी मनाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण आंदोलन करते रहे। 42 दिन तक चले आंदोलन के बाद सरकार को पांच स्टोन क्रशर को दी गई अनुमति को निरस्त करना पड़ा था।