आपदा पर शोधपत्र प्रस्तुत
संवाद सहयोगी, चम्बा : स्वामी रामतीर्थ परिसर बादशाहीथौल में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में वैज्ञानिकों
संवाद सहयोगी, चम्बा : स्वामी रामतीर्थ परिसर बादशाहीथौल में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में वैज्ञानिकों ने अपने-अपने शोधपत्र प्रस्तुत कर आपदाओं से निपटने के सुझाव दिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार को जो सुझाव दिए जाते हैं उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्राथमिकता के आधार पर कार्य करना चाहिए।
बुधवार को संगोष्ठी के दूसरे दिन विभिन्न जगहों से आए वैज्ञानिकों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। उन्होंने आपदा को लेकर सुझाव भी दिए। इस मौके पर परिसर के निदेशक प्रो. आरसी रमोला ने भूकंप की घटनाओं की जानकारी दी। उन्होंने गढ़वाल विवि की ओर से भूकंप को लेकर किए जा रहे शोध कार्य की जानकारी भी दी। भू-वैज्ञानिक प्रो. शिव प्रसाद ने कहा कि उत्ताराखंड में बादल फटने जैसी घटनाएं निरंतर बढ़ रही हैं। इससे भूस्खलन, बाढ़ और भू-धंसाव जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं उन स्थानों पर होती हैं जहां चीड़ के जंगल ज्यादा होते हैं। इसलिए मिश्रित जंगल के संरक्षण को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने नदी घाटी में होने वाले निर्माण कार्यो पर रोक लगाने की मांग की है। इस मौके पर डॉ. जीएस बागरी और डॉ. जेके श्राफ ने भी अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। संगोष्ठी में डॉ. किरण शर्मा, विकास बेलवाल आदि मौजूद थे।