पर्यटन मंत्री के घर में पर्यटन के हाल बुरे
जागरण संवाददाता,नई टिहरी: पर्यटन मंत्रालय दावे तो जिले और प्रदेश में पर्यटन को बढ़ाने के कर रहा है ल
जागरण संवाददाता,नई टिहरी: पर्यटन मंत्रालय दावे तो जिले और प्रदेश में पर्यटन को बढ़ाने के कर रहा है लेकिन पर्यटन स्थलों की दुर्दशा मंत्रालय को नजर नहीं आ रही। नई टिहरी कलेक्ट्रेट के पास पिकनिक स्पॉट सिर्फ नाम का पिकनिक स्पॉट बनकर रह गया है। ताज्जुब इस बात का है कि पर्यटन मंत्री खुद टिहरी विधानसभा के विधायक हैं। बावजूद इसके पिकनिक स्पॉट की हालत सुधराने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए हैं।
नई टिहरी कलेक्ट्रेट के पास पर्यटन मंत्रालय ने पिकनिक स्पॉट बनाया। इसके लिए रखरखाव और संचालन की जिम्मेदारी वन विभाग डैम प्रभाग का दी गई। लेकिन पर्यटन मंत्रालय इसे वन विभाग के मत्थे मारकर भूल गया। आज की बात करें तो पिकनिक स्पॉट सिर्फ नाम का रह गया है। वहां पर पर्यटकों के लिए किसी भी तरह की सुविधा का विकास नहीं किया गया। जबकि अगर यहां पर पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जाता तो यहां प्रदेश व देश से पर्यटक आ सकते थे। यहां पर सिवाय कुछ बेंचों के कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। जबकि पिकनिक स्पॉट से हिमालय के शानदार दर्शन होते हैं। साथ ही टिहरी झील के दीदार भी होते हैं। लेकिन पर्यटन मंत्रालय इस स्थल के विकास में कोई रुचि नहीं दिखा रहा।
'बजट न होने के कारण वहां पर सुविधाओं का विकास नहीं किया जा सका है।
केबी सिंह, डीएफओ , डैम प्रभाग , टिहरी गढ़वाल
'पर्यटन विभाग ने वन विभाग को पांच लाख रुपये का बजट जारी किया गया था। अब वहां पर सुविधाओं का विकास क्यों नहीं हुआ यह विभाग से पूछा जाएगा'
जसपाल चौहान, जिला पर्यटन अधिकारी,
'स्थानीय विधायक पर्यटन मंत्री भी हैं। ऐसे में उन्हें टिहरी शहर में पर्यटन सुविधाओं को प्राथमिकता पर विकसित किया जाना चाहिए।
खेम सिंह चौहान, पूर्व प्रमुख व वरिष्ठ भाजपा नेता ।
'पिकनिक स्पॉट वन विभाग के पास है। वहां पर सुविधाओं के विकास के लिए विभाग को कहा जाएगा।
दिनेश धनै, पर्यटन मंत्री व टिहरी विधायक