कोरिया बनाएगा डोबरा-चांटी पुल
जागरण संवाददाता,नई टिहरी: नौ साल से अधूरे पड़े डोबरा चांटी पुल को बनाने के लिए अब कोरिया की योसिन इज
जागरण संवाददाता,नई टिहरी: नौ साल से अधूरे पड़े डोबरा चांटी पुल को बनाने के लिए अब कोरिया की योसिन इजीरियरिग कारपोरेशन को जिम्मेदारी दी गई है। कंपनी छह महीने के अंदर पुल की ड्राइंग बनाकर सरकार को देगी। सरकार ने बीते गुरुवार को इसके लिए शासनादेश जारी कर दिया।
टिहरी झील पर 2006 से निर्माणाधीन डोबरा चांटी पुल के अधर में लटकने के कारण प्रतापनगर ब्लॉक काला पानी की सजा भुगत रहा था, लेकिन अब सरकार ने डोबरा चांटी पुल बनाने के लिए कोरिया की योसिन इजीरियरिग कारपोरेशन को कंस्लटेंट नियुक्त किया है। वर्ष 2006 में डोबरा पुल का काम शुरु किया गया था। सही योजना न होने के करण पुल आज तक नहीं बन सका। अब सरकार ने बीते गुरुवार को पुल के लिए कंसलटेंट के तौर पर कोरियाई कंपनी को नियुक्त किया है। छह महीने के अंदर कंपनी पुल का नया डिजायन बनाकर देगी। उसके बाद पुल का काम शुरु किया जाएगा। पुल के लिए पहले सरकार ने आइआइटी रुड़की और आईआईटी खडगपुर से डिजायन मांगे थे लेकिन दोनों ही संस्थान सही डिजायन नहीं बना पाए। इसके बाद सरकार ने पुल के डिजायन के लिए विदेशी कंपनियों से निविदा मांगी थी। अब कोरिया की कंपनी से स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी है कि पुल जल्द ही बन सकेगा।
डेढ़ लाख को मिलेगी राहत
डोबरा - चांटी पुल के न बनने से प्रतापनगर ब्लॉक की डेढ़ लाख से ज्यादा की आबादी काला पानी की सजा भुगत रही है। पुल के न बनने से प्रतापनगर के लोगों को पीपलडाली से सड़क मार्ग से जाना पड़ता है। इसमें नई टिहरी से प्रतापनगर जाने में तीन घंटे से ज्यादा का समय लगता है।
'पुल के लिए कोरिया की कंपनी को कंसलटेंट नियुक्त किया गया है। 18 महीने में पुल का काम पूरा किया जाएगा। साथ ही पुल निर्माण में हुए अभी तक के खर्च का हिसाब भी जांच के जरिये लोगों के सामने रखा जाएगा।
विक्रम सिंह नेगी, विधायक, प्रतापनगर , टिहरी गढ़वाल