टिहरी में बादल फटा, 6 मरे
संवाद सहयोगी, घनसाली:
नई टिहरी जिले के भिलंगना ब्लाक की नैलचामी पट्टी के नौताड़ तोक में बुधवार रात बारिश कहर बनकर टूटी। यहां जखन्याली गांव के निकट बादल फटने से दर्जनभर मकान और चार गौशालाएं मलबे में दफन हो गई, इनमें छह लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक महिला और उसके दो बच्चे शामिल हैं। महिला का पति गंभीर रूप से घायल है। ये सभी अपने मकान में सो रहे थे। तीन महिलाओं और दो बच्चों के शव मलबे से निकाल लिए गए। मलबे में दबे ग्राम प्रहरी की खोजबीन की जा रही है। हादसे में 10 मवेशी भी मारे गए, जबकि एक यूटिलिटी और चार दुपहिया गदेरे के उफान में समा गए। प्रारंभिक अनुमान में पांच हेक्टेयर कृषि भूमि नष्ट होने की बात सामने आ रही है। रात दो बजे की इस घटना की सूचना के बाद सुबह चार बजे प्रशासन के अधिकारियों की टीम नौताड़ गांव पहुंची। बचाव एवं राहत कार्य जारी हैं। ग्रामीण दहशत में हैं। एहतियातन पूरे तोक को खाली कराकर वहां के लोगों को समीपवर्ती स्कूलों में शिफ्ट कर दिया गया है। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने नौताड़ गांव पहुंचकर मृतक आश्रितों को केदारघाटी की आपदा में मारे गए लोगों के आश्रितों की भांति पांच लाख और घायलों को एक लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया। साथ ही लापता ग्राम प्रहरी की पत्नी का उपनल के माध्यम से नौकरी दिलाने का आश्वासन भी दिया। उधर, भिलंगना ब्लाक की हिंदाव पट्टी के कोट गांव में भी बादल फटने की सूचना है। यहां गदेरे के उफान में बड़े पैमाने पर कृषि भूमि और पैदल रास्ते नष्ट हो गए, जबकि कुमाऊं मंडल के बागेश्वर जिले के सातगांव में अतिवृष्टि से जमीन में दरारें आने और गांव के ऊपरी इलाके से बोल्डर गिरने के चलते कई लोगों ने घर छोड़ दिए।
भिलंगना ब्लाक में शाम से ही बारिश शुरू हो गई थी, रात करीब दो बजे बारिश तेज होने के साथ ही आसपास के गदेरों में उफान आने लगा। इसी बीच, जखन्याली गांव के पास नौताड़ तोक के ऊपरी इलाके में रुईस गदेरे में बादल फटने से भारी मात्रा में मलबा पानी के साथ गांव में घुस आया। गदेरों में उफान को देखते हुए तोक में रह रहे ज्यादातर लोग करीब आधा घंटा पहले सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे, जबकि कुछ लोग पास में गौशालाओं में बंधे मवेशियों को लेने के लिए निकल पड़े। देखते ही देखते पूरे इलाके में पानी का सैलाब मलबे के साथ आ पहुंचा, गौशाला की तरफ निकले तीन लोग मलबे में दफन हो गए, जबकि अन्य लोग किसी तरह वहां से निकलकर जान बचा पाए। पूरे तोक में इसके बाद कोहराम मच गया, लोग एक दूसरे के बारे में जानकारी जुटाने लगे। लोगों ने रात ही जिला प्रशासन और घनसाली थाने को हादसे की सूचना दे दी। सुबह करीब चार बजे प्रशासन की टीम ने वहां नौताड़ गांव पहुंची, लेकिन अंधेरा होने की वजह से बचाव एवं राहत कार्य शुरू नहीं हो पाए। अंधेरा छंटने के बाद ही प्रशासनिक टीम ने ग्रामीणों की मदद से मलबे में दबे शवों की खोजबीन शुरू की।
मलबे में दर्जनभर मकान दब गए, कुदरत के इस कहर में छह लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई। तीन महिला और दो बच्चों के शव बरामद कर लिए गए, एक अन्य की खोजबीन की जा रही है। मृतकों की शिनाख्त मगनी देवी पत्नी देवेश्वर प्रसाद, लज्जू देवी (60) पत्नी सुंदरलाल, देबू (8) पुत्री विनोद प्रसाद, रीतिका (15) पुत्री विनोद प्रसाद, मंगलेश्वर देवी (38) पत्नी विनोद प्रसाद और राजेश नौटियाल (33) पुत्र सुंदरलाल के रूप में की गई। राजेश का शव अभी मलबे में दबे है। उसे निकालने का प्रयास किया जा रहा है। हादसे में विनोद प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गया, उसे जौलीग्रांट स्थित हिमालयन हास्पिटल रेफर कर दिया गया है। सुबह करीब आठ बजे नई टिहरी के डीएम युगल किशोर पंत और एसपी मुख्तार मोहसिन ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यो का जायजा लिया। नौताड़ तोक में करीब 20 परिवार रहते हैं। हादसे के बाद से यहां लोगों में दहशत है।
'उत्तराखंड में अगले 24 घंटों के दौरान कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। कहीं-कहीं विशेषकर देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, अल्मोड़ा और चंपावत जिले में अपेक्षाकृत भारी वर्षा की आशंका है।'
विक्रम सिंह
निदेशक, राज्य मौसम केंद्र